भोपाल । मध्यप्रदेश शासन की कुसुम योजना के तहत किसानों से 5 -5 हजार रुपए जमा कराए गए हैं.इन सभी किसानों को ऊर्जा विकास निगम द्वारा सोलर पंप दिए जाने थे. ऊर्जा विकास निगम अभी तक मात्र 3500 किसानों को जल्द सोलर पंप लगवाने की बात कह रहा है. 14000 किसान ऊर्जा विकास निगम के चक्कर लगा रहे हैं |
ऊर्जा विकास निगम का कहना है, कि उनका बजट खत्म हो चुका है. नया बजट मिलने के बाद ही किसानों को सोलर पंप दिए जा सकेंगे. 14000 किसानों के लिए ऊर्जा विकास निगम को 110 करोड़ रुपए के बजट की आवश्यकता है. जबकि विभाग के पास मात्र 36 करोड़ रुपए का बजट है|
वर्ष 2020 -21 से किसानों द्वारा कुसुम योजना में सोलर पंप के लिए पैसे जमा कराए गए हैं.केंद्र एवं राज्य सरकार के संयुक्त अनुदान वाली कुसुम योजना में राज्य सरकार ने 36 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. इसमें किसानों को 60 फीसदी सब्सिडी मिलती है. 40 फीसदी किसान को राशि जमा करने पड़ते हैं |
2 साल से बजट नहीं
सरकार ने पिछले 2 साल से किसानों को सोलर पंप के लिए बजट उपलब्ध नहीं कराया है. जिसके कारण हजारों किसान ऊर्जा विकास निगम के चक्कर लगा रहे हैं. लगातार दबाव बढ़ने के बाद अब 3500 किसानों को सोलर पंप देने की बात कही जा रही है |
सरकार अपनी योजनाओं का प्रचार प्रसार खूब करती है. इसमें करोड़ों रुपए का खर्च करती है. लेकिन यह सारी योजनाएं आम आदमी के लिए भारी मुसीबत का कारण बन जाती हैं. 2 साल से किसान चक्कर लगा रहे हैं. अधिकारी भी राजनेताओं की तरह आश्वासन देकर किसानों को भटका रहे हैं. इससे किसानों में गुस्सा देखने को मिला है |