कोर विश्वविद्यालय रूड़की ने बडी धूमधाम से मनाया 26वाॅं स्थापना दिवस 

हरिद्वार उत्तराखंड
कोर ने 25 सालों में ऐतिहासिक यात्रा तय की है-जे सी जैन
 रुड़की\
कोर विश्वविद्यालय रुड़की ने  अपनी स्थापना के ऐतिहासिक 26 वर्ष पूर्ण होने पर, एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर अपना स्थापना दिवस बडे़ हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया ।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति कोर विश्वविद्यालय जे सी जैन ने की। मुख्य अतिथि के रूप में  बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप एण्ड सेन्टर रूडकी के कमांडेंट ब्रिगेडियर राजेश भट्ट ने कहा कि कोर विश्वविद्यालय ने एक इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में 25 साल पहले अपना सफर शुरू किया था और आज यह विश्व विद्यालय के रूप में हमारे सामने विद्यमान है इस विश्वविद्यालय का अतीत जितना स्वर्णिम रहा है वर्तमान उतना ही सशक्तिशाली है और भविष्य अत्यंत उज्जवल है।
      ऋषिकेश एम्स की कार्यकारी निदेशक डा मीनू सिंह, कोर विश्वविद्यालय के के प्रो चांसलर  श्रेयांश जैन, उपाध्यक्षा  सुनीता जैन एवं  कार्यकारी निदेशक चारू जैन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में हिस्सा लिया।य
विशेष आमन्त्रित अतिथियों में  फ्रंटियर बेसिन मैनेजर ओएनजीसी  गोपाल जोशी, जीएम,  एम बी एच ई एल हरिद्वार सुनील कुमार गर्ग, अध्यक्ष सिडकुल मैन्यूफैचरिंग एसोसिएशन उत्तराखण्ड  हरेन्द्र कुमार गर्ग रहे।
यह कार्यक्रम प्रतिकुलपति डाॅ0 बी0एम0 सिह  के सफल निर्देशन में आयोजित हुआ । जिसका मंच का संचालन डाॅ0. वीरालक्ष्मी एंव डा रश्मि गुप्ता, ने किया।
  अतिथियों की उपस्थिति में संस्थान द्वारा प्रकाशित  शोध जर्नल (पत्रिका) ‘अनवेश‘, व अन्य न्यूज लेटर, का विमोचन किया जिनमें  आर एण्ड डी न्यूज लेटर, विश्वविद्यालय न्यूज लेटर अन्य विभागीय न्यूज लेटर आदि है। कोर  के संस्थापक एवम अध्यक्ष श्री जे सी जैन ने संस्थान की उपलब्ध्यिो पर हर्ष व्यक्त किया तथा कोर संस्थाओं के उज्जवल भविष्य की कामना की । उन्होंने छात्रों तथा शिक्षको को शिक्षा के क्षेत्र में विश्व स्तर के मानक स्थापित करने का आहवाहन किया ।
  कोर विश्वविद्यालय  जे सी जैन ने 26वें स्थापना दिवस की सभी छात्रों, कर्मचारियों, शिक्षकों एवं प्रबन्ध समिति  को बधाई दी ।उन्होंने  काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग रूड़की  जो आज कोर विश्वविद्यालय बन चुका है के तकनिकी एवं प्रबंध शिक्षा के योगदान की प्रसंशा की और कहा कि कोर की शिक्षा के मानचित्र पर एक अलग पहचान है उत्तराखण्ड  ही नही अपितु इसकी पहचान भारत के कोने कोने तक फैली है और शायद ही विश्व  कोई देश है जहाॅं इस संस्था के छात्र सेवारत नही  है।
उन्होंने भारत में तकनिकी शिक्षा के और विकास पर बल देते हुए कहा कि तकनिकी शिक्षा में शोध करना अत्यन्त आवश्यक है। क्योकि तकनिकी शिक्षा के बल पर ही हमारा देश प्रगति के मार्ग पर आगे बढ सकता है। अध्ययन के  साथ साथ ही छात्रों को अपने सामाजिक और नैतिक मूल्यो को समझना चाहिए उनकी रक्षा करना आपका परम कर्तव्य बनता है उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों से देश एवं प्रदेश के विकास के माॅडल पर शोध  करने का आहवाहन किया और कहा देश के विकास में योगदान देने वाले छात्रों एवं शिक्षको को हमारा हर संभव सहयोग रहेगा।
कार्यक्रम की रूपरेखा को आगे बढाते हुए प्रतिकुलपति डाॅ0 बी एम सिह, ने संस्थान की स्थापना के प्रथम दिन से लेकर आज तक की उपलब्धियों एवं विकास पर प्रकाश डालने के साथ साथ आगामी योजनाओ के बारे में बताया । उन्होंने कहा कोर बीते 26 वर्षाे में प्रतिवर्ष नयी ऊॅंचाईयो को छूता चला गया एवं उसी मार्ग पर अग्रसर रहेगा । उन्होंने बताया कि कोर में उच्च कोटि के शिक्षक है जो छात्रों को शिक्षण का कार्य कर रहे हैं हम हमेशा उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान करने एवं उच्च स्तरीय शोध कार्यो  के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने एक वर्ष में किये गये शोध कार्यो का विवरण दिया ।उन्होंने सभी शिक्षको एवं छात्रों को बधाई दी और कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया ।
इसके बाद मुख्य अतिथि महोदय ने संस्थान के शिक्षकों को अभिप्रेरणा पुरस्कार प्रदान किया। इसके साथ ही संस्थान मे इस वर्ष  10, 15 एवं 20 वर्षो का कार्यकाल पूर्ण कर चुके  कर्मचारियों एवं  शिक्षको को रिकग्नििशन अवार्ड से सम्मानित किया जिनमें थोमस मैथ्यू, डाॅ अमरनाथ, राजीव शर्मा, दिव्या मिश्रा, विपिन कुमार, विनीत कुमार, मंयक देव, नितिन चन्द, अमित कुमार, ने पुरस्कार ग्रहण किये ।
इस अवसर पर विभिन्न वर्षो के पास आउट पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया । जिसमें मधुप राय, वरूण पंजानी, विशाल गुप्ता, मुकेश धीमान, दीपक पंवार, रविस कुमार, अनुढांगर, रोहित गर्ग, जितेन्द्र सिंह पंसार, एशांत जैन, पंकज गर्ग, निहारिका सेमवाल, स्वपनिल मुयाल, पुल्कित मल्होत्रा, कपित पंथ, निखिल गुप्ता, रितेश कुमार, दिप्ती अग्रवाल, अपार बंसल आदि रहे ।
स्थापना दिवस के विशेष अवसर पर शोध कार्य को बढावा देने व शोधार्थियों को प्रेरित करने के उददेश्य से शिक्षको व छात्रों को शोध प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिनमें मुख्यत अंकित कुमार सिंघल, डाॅ अरूणा भटट, डाॅ गेसु ठाकुर, डाॅ कमल कपूर, डाॅ इंदूजा, डाॅ ब्रजमोहन सिंह, डाॅ रोहित कन्नौजिया , डाॅ मुनीश सेठी, डाॅ कमल कुमार गोला , डाॅ मृदुला सिंह डाॅ एस पी पाण्डेय, डाॅ रश्मि गुप्ता, छात्रो में चिराग जोशी, अंक्सिता जैन, शिवम राय,, जानवी बंसल, आदि रहे ।
26वे स्थापना दिवस के अवसर पर प्रत्येक कलास में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को क्रमश  सात हजार, पांच हजार एवं तीन हजार रूप्ये के अभिप्रेरणा पुरस्कार से सममानित किया गया जिनमें आयुषी पंवार, देवकी, रितिका सिंह, तान्या चैहान, प्रियंका अनिषा, गुंजन आजिब अभिशेक अमन नारायण प्रेरणा श्यामह हर्षिता, वात्सल्य साजिया नीतेश आकृति रागनी पियूष एकांस उत्कर्ष विशाल, अदिति शिफा नवनीत अर्पित तूशार समिक्षा आफिया शिवम अनन्त प्रिन्स आदि रहे ।  ऋषिकेश डॉ मीनू सिंह ने कहा मेडिकल साइंस के क्षेत्र में तकनीकी का महत्व दिन पर दिन पड़ता जा रहा है इसलिए टेक्नीशियन के कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी आ रही है। और शिक्षा के क्षेत्र में कोई भी उत्कृष्ट कार्य शिक्षकों एवं छात्रों के समन्वय के बिना नहीं किया जा सकता।
 ब्रिगेडियर राजेश भट्ट ने युवाओं से देश के समग्र विकास में बहुमुखी योगदान देने का आह्वान किया उन्होंने कहा भारत युवाओं का देश है और आज युवाओं के कंधों पर देश की बड़ी जिम्मेदारियां हैं उन्हें अपनी जिम्मेदारियो को समझना चाहिए। जिससे हमारा विकसित होने का सपना पूर्ण हो सके जिसके लाए आज भारतीय सेना विभिन्न शैक्षणिक संस्थान से समन्वय स्थापित कर रही है।
ओएनजीसी देहरादून के महाप्रबंधक गोपाल जोशी  ने ओएनजीसी की भूमिका उसके कार्य भविष्य की योजनाएं एवं छात्रों के लिए उपयोगिता को विस्तार से समझाया।
कार्यक्रम के अन्त में सभी अतिथियो को स्मृति चिन्ह भेट किये गये।  विश्वविद्यालय प्रो चांसलर कोर श्रेयांश जैन ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।
इस अवसर पर कालेज के सभी छात्र-छात्राएं, कर्मचारी, शिक्षक उपस्थित रहे ।

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