शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम जी महाराज, महामहिम राज्यपाल गुरमीत सिंह सहित नामी हस्तियां एवम संत समाज होगा शामिल
हरिद्वार। नये साल के पहले दिन 01 जनवरी 2024 को निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि महाराज के 47 वां अवतरण दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। भोलेनाथ माई के अभिषेक के अलावा गंगा घाट पर 5100 दियों का दीपदान व भजन संध्या भक्तों के आकर्षण के केंद्र में रहेगी।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि महाराज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उनके अवतरण दिवस पर तृतीय संन्यास दीक्षा समारोह भी आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर संत समाज की मौजूदगी में मुख्य अतिथि राज्यपाल गुरमीत सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। अवतरण दिवस पर होने वाले भव्य कार्यक्रम की अध्यक्षता अवतरण दिवस पर विभिन्न प्रदेशों के संत व विशिष्टजन महामंडलेश्वर कैलाशानन्द गिरी महाराज के साथ आध्यात्मिक ज्ञान की गंगा बहाएंगे। आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानन्द ने बताया कि 31 दिसम्बर व 1 जनवरी को होने वाले सभी कार्यक्रम दक्षिण काली मंदिर प्रांगण में होंगे। उन्होंने बताया कि जन्मदिवस 1 जनवरी को पर सुबह से शाम तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
सुबह शंकर भगवान व माँ काली का अभिषेक और पूजन, सामूहिक भोजन प्रसाद, गंगा पूजन, भजन आरती, भजन संध्या व 5100 दीयों का दीपदान किया जाएगा । उन्होंने सभी भक्तों को जन्मदिवस कार्यक्रम में न्यौता देते हुए कहा कि जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर 31 दिसम्बर को सांय 6 बजे से विश्व प्रसिद्ध भोजपुरी सुपरस्टार गायक पवन सिंह व मनोत तिवारी व उनकी टीम “माई का भजन संध्या” प्रस्तुत करेगी।
आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द गिरि जी महाराज के अवतरण दिवस पर होने वाले कार्यक्रम 1 जनवरी 2024 सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे
विश्व कल्याण हेतु भारत के विशिष्टजनों के द्वारा पूज्य गुरु जी के आराध्य स्वंयभू श्री कैलाशेश्वर भगवान महामृत्युजंय एवं जगतजननी माँ काली का अभिषेक और पूजन किया। प्रातः 10:00 बजे से मध्यान्ह 01:00 बजे तक अति विशिष्ट महापुरूषों द्वारा आर्शीवचन एवं विशिष्ट जना का आध्यात्मिक उद्बोधन होगा। दोपहर 1:30 बजे से माई बाबा का सामूहिक भोजन प्रसाद वितरण सायंकाल 04:00 बजे से पूज्य गुरू जी के शिष्य संगीतकारों के द्वारा गंगा घाट पर भजन संध्या सायंकाल 5:25 बजे से आश्रम के आचार्यों द्वारा गंगा पूजन एवं माँ गंगा की आरती तत्पश्चात् मंत्रोच्चारण के द्वारा 5100 दीयों का दीपदान किया जाएगा।