रूद्रपुर। उधमसिंहनगर के तहसील कार्यालय सितारगंज का निरीक्षण कर बैठक में अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने निर्देश जारी किए गए। पीसी गोरखा ने तहसीलदार कार्यालय में आयोग में लम्बित सितारगंज के मामलों की जानकारी ली और क्षेत्र के अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र में योजनाओं और सुविधा के संबन्ध में आधिकारियों को सरलता के साथ अनुसूचित जाति के परिवारों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। साथ ही अजीविका के क्षेत्र में कास्तकारौ को संसाधनो के लिए जागरूक करने को कहा गया है।
क्षेत्र के वीरेंद्र नगर के ग्रामीणों ने आयोग उपाध्यक्ष को गांव के समीप ही शव दाह संस्कार स्थल को अनुसूचित जाति बाहुल्य घरों के पास से नजदीकी जंगल के में स्थानान्तरित करने की माँग की गयी है। बहुत बडी संख्या में महिलाओं ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनके घरों के आगन में ही शवो को जलाया जाता है जिसमें बस्ती वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने उप जिला अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा की ग्रामीणों द्वारा उचित स्थान चयन कर अन्य स्थान पर शव दाह संस्कार कराने को लेकर मौका मुआयना कर पंन्दरह दिनों के भीतर मामले का निस्तारण करने के निर्देश दिए गये हैं।
वहीं एससी एसटी गांवों के लोगों की शिकायत थी की धारा 143 अंतर्गत भूमि बिक्री की जा रही है जिसमें उपाध्यक्ष ने उप जिला अधिकारी को भूमि विक्री पर रोक लगाते हुए लिप्त अधिकारी को अभिलेखों की जांच एवं मानक के अनुरूप उपरान्त ही कारवाही करने के आदेश दिए। तहसीलदार सितारगंज ने बताया कि इस प्रकार के मामले एसटी के ज्यादा मामले हैं बताया। इस दौरान उप जिला अधिकारी तुषार सैनी, तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्ध, नायाब तहसीलदार नानकमतता राजेन्द्र सनवाल, राजस्व अधिकारी पिंटू गौतम, राजू आर्या तथा समस्त अधिकारी पटवारी कानूनगो व शिकायतकर्ता मौजूद थे। तद उपरान्त उपाध्यक्ष पीसी गोरखा नानमत्ता साहिब गुरूदवारा में जाकर मत्था टेका।