गिरजेश मिश्र
यूपी,देवरिया, बैतालपुर क्षेत्र के खिरहा गांव में स्थित श्रीधाम मंदिर के पांचवे वार्षिकोत्सव समारोह में चल रहे। हरिहरात्मक महायज्ञ के तीसरे दिन शनिवार को रामकथा के माध्यम से दुनिया में सनातन का अलख जगाने वाले सुप्रसिद्ध कथावाचक प्रेमभूषण जी महाराज ने कहा कि अगर जीवन में हमें आत्मिक सुख की प्राप्ति करनी है तो हमें श्री राम कथा का गायन, मनन और श्रवण जरूर करना चाहिए। यह आवश्यक नहीं है कि हम घंटों बैठकर से रामकथा सुने अगर हम मन लगाकर 20 मिनट भी कथा सुनते हैं तो यह हमें आत्मिक सुख की प्राप्ति कराती है। कहा कि जैसे गंगा जहां जहां प्रवाहित होती हैं, उस क्षेत्र को पावन कर देती हैं ठीक उसी प्रकार जहां जहां कथा रस की वर्षा होती है, वहां के वातावरण को आलोकित कर देती है। भगवान भोलनाथ भी कथा को कामधेनु कहते हैं।
रामकथा सुनने मात्र से सारे सुख प्रदान कर देती है, लेकिन कथा सत्संग का फल सत्कर्मों से मिलता है। बिना सत्संग के विवेक जाग्रत नहीं होता है। जब विवेक जाग्रत हो जाता है तो साधक यजन में और भगत भजन में लीन हो जाता है। भगवत भक्ति श्रद्धा और विश्वास के परिणय से होती है। जीवन में जिसके प्रति हम श्रद्धा रखते हैं, उसका हम आदर करते हैं। इस दौरान मुख्य यजमान राहुल मणि त्रिपाठी, चंद्रभाल मणि त्रिपाठी चंद्रचूड़ मणि त्रिपाठी, सप्तनिक, उर्मिला देवी आदि ने गुरू सांदीपनी वेद स्वाध्याय केंद्र के वेद वटुको के वैदिक मंत्रोचार के साथ व्यास पीठ का पूजन किया। संचालन दिनेश मणि त्रिपाठी ने किया कथा में मुख्य रूप से पूर्व विधान परिषद सदस्य भाजपा नेता महेन्द्र यादव , सिद्धार्थ मणि त्रिपाठी, संजय राव, इष्टदेव मणि त्रिपाठी, सनत पांडेय, पारस यादव, अशोक मद्देसिया, डा. पवन त्रिपाठी, अजय मिश्र, जिलाशासकीय अधिवक्ता, नवनीत मालवीय, बसंत मणि, आदि उपस्थित रहे।
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कथा प्रारंभ होने के पूर्व गण मान्यों का हुआ सम्मान
बैतालपुर, राम कथा प्रारंभ होने के पूर्व तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य के प्रतिनिधि, उनके प्रिय शिष्य प्रेममूर्ति प्रेमभूषण जी महाराज द्वारा पूर्व कुलपति प्रो. मुरली मनोहर पाठक, लोक सेवा आयोग के सदस्य हरीश त्रिपाठी, पूर्व कुलपति प्रो. श्रेयांश त्रिपाठी नीरज शास्त्री, गर्गाचार्य जी, वेदिक दुर्गेश पांडेय आदि को व्यासपीठ से सम्मानित किया गया।