-डॉ बृजेश सती, स्वतंत्र टिप्पणीकार
दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके देवेंद्र फडणवीस भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे राजनेता नहीं हैं जो उप मुख्यमंत्री बने। इससे पहले मध्य प्रदेश में बाबूलाल गौर भी मुख्यमंत्री की कमान संभालने के बाद कैबिनेट मंत्री रहे। इसके अलावा तमिलनाडु में भी ओ पनिरसेल्वम मुख्यमंत्री रहने के बाद उपमुख्यमंत्री बने।
महाराष्ट्र के सियासी उठापटक के बाद यह तय माना जा रहा था कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की कमान संभालेंगे। लेकिन भाजपा आलाकमान ने शिवसेना से अलग हुए धड़े के नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बना दिया। भाजपा आलाकमान का यह फैसला चौंकाने वाला रहा। देवेंद्र फडणवीस ने जब मुख्यमंत्री पद की घोषणा की, तो उसी दौरान उन्होंने मंत्रिमंडल से बाहर रहने की बात भी कही थी। लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मीडिया में आए बयान के बाद देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा का कोई मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री बनाया गया। इससे पहले बाबूलाल गौर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और बाद में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। तमिलनाडु में भी ओपनिरसेल्वम जयललिता के बाद मुख्यमंत्री बने, मगर बाद में हुए परिवर्तन के चलते उप मुख्यमंत्री बने।
स्वतंत्र भारत में उपमुख्यमंत्री की परंपरा बिहार राज्य से शुरू हुई और सबसे पहले डॉक्टर कृष्ण सिंह के मंत्रिमंडल में अनुग्रह नारायण सिंह को उपमुख्यमंत्री बनाया गया । वर्तमान में 19 राज्यों में उपमुख्यमंत्री हैं, जिसमें से 15 भाजपा शासित राज्य हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश में पांच उप मुख्यमंत्री तथा कर्नाटक में तीन, जबकि उत्तर प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री हैं।