सनातन धर्म में दीपावली का पर्व लोक मंगल, लोक आस्था एवं लोक सेवा की मंगल कामना का पर्व है : डा. श्रीप्रकाश मिश्र

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सनातन धर्म में दीपावली का पर्व लोक मंगल, लोक आस्था एवं लोक सेवा की मंगल कामना का पर्व है – डा. श्रीप्रकाश मिश्र

दीपोत्सव के उपलक्ष्य में ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल एवं मातृभूमि शिक्षा मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में विद्यार्थियों इस मध्य आयोजित पर्व संवाद कार्यक्रम संपन्न।

कुरुक्षेत्र।

दीपावली सिर्फ एक त्यौहार से कहीं अधिक है, यह एक गहन आध्यात्मिक अनुभव है जो आत्मनिरीक्षण और नैतिक विकास को प्रोत्साहित करता है। इसका उत्सव प्रतिकूलता के खिलाफ प्रेम, एकता और लचीलेपन के सिद्धांतों का प्रतीक है. जब परिवार दीपक जलाने और मिठाइयां बांटने के लिए इकट्ठा होते हैं, तो वे न केवल प्राचीन परंपराओं का सम्मान करते हैं, बल्कि धार्मिकता और करुणा से निर्देशित जीवन जीने की अपनी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करते हैं। यह विचार मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने दीपोत्सव के उपलक्ष्य में ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल एवं मातृभूमि शिक्षा मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में विद्यार्थियों इस मध्य आयोजित पर्व संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल एवं मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों द्वारा संयुक्त रूप से भारतमाता के चित्र के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों का शैक्षणिक, संस्कार एवं संस्कृति संवर्धन हेतु मातृभूमि सेवा मिशन आश्रम परिसर पधारने पर मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों द्वारा पुष्पवर्षा, शंख ध्वनि एवं तिलक लगाकर आत्मीयता से अभिनंदन किया गया। दीपोत्सव के अवसर पर विद्यार्थियों ने संयुक्त रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।


डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाने वाला त्योहार दीपावली सनातन धर्मावलाम्बियों की आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस पर्व के साथ अनेक धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। मुख्यतया यह पर्व भगवान श्रीराम द्वारा लंकापति रावण पर विजय हासिल करने और अपना चौदह वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। इसे प्रकाश पर्व भी कहते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब श्रीराम, माता सीता एवं लक्ष्मण जी अयोध्या वापस लौटे थे, तो नगरवासियों ने घर-घर दीप जलाकर खुशियां मनाईं थीं। दीपावली अंततः आशा की किरण के रूप में खड़ी है, जो व्यक्तियों और समुदायों के लिए समान रूप से उज्जवल भविष्य की ओर मार्ग प्रशस्त करती है। मातृभूमि सेवा मिशन की ओर से ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल की शिक्षिकाओं को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम से हुआ।

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