नई टिहरी। नैनबाग के यमुना आश्रम बागी में तीन दिवसीय योग ध्यान और साधना शिविर शुभारंभ हुआ। योग ध्यान शिविर राष्ट्रीय संत लवदास महाराज के सानिध्य में संचालित हो रहा है।
यमुना आश्रम बागी में संचालित तीन दिवसीय योग ध्यान एवं साधना शिविर में संत लवदास महाराज ने कहा कि बुरे संस्कार व्यक्ति को उसी तरह से अंदर से खोखला कर देते, जैसे अंधेरा को प्रकाश दूर किये हुये रखता है।
कहा संस्कार मानवीय जीवन का अभिन्न अंग है, जिसके बिना सभ्य खुशहाल जीवन की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। भारत ने विश्व को आध्यात्मिक ज्ञान और संस्कार देने का काम किया है। लेकिन वर्तमान समय में कुरुतियों व बुरे संस्कार से हमार समाज बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहा है,जिसे मिलकर सभी को दूर करना होगा। व्यक्ति के अंदर जब तक अच्छे संस्कार नहीं होंगे, तब तक बुरे संस्कारों को दूर नहीं किया जा सकता है।
कहा कि योग ध्यान और साधना से व्यक्ति के अंदर ऊर्जा के साथ अच्छे संस्कार पैदा होते है, इसलिये प्रत्येक व्यक्ति को समय निकालकर योग साधना जरुर करनी चाहिए। संत लवदास महाराज की ओर से समय समय पर क्षेत्र के घोड़ाखुरी, नैनबाग, जाखधार, केम्पटी आदि स्थानों पर में युवा ध्यान शिविर का आयोजन किया जाता रहा है।
मौके पर अचार्य कपिल सेमवाल, आचार्य विजय कृष्ण शास्त्री, आचार्य रोहित शास्त्री, दिनेश तोमर, मोहन निराला,सुरेंद्र सेमवाल आदि साधक और साधिकाऐं उपस्थित थे।