मसूरी। जज्बा और जुनून अगर हो तो दिव्यांगता आड़े नहीं आ सकती है। इसी भावना के साथ चेन्नई में आयोजित दिव्यांग फुटबॉल प्रतियोगिता में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त कर राज्य का मान बढ़ाया है।
इस प्रतियोगिता के लिए मसूरी के राष्ट्रीय स्तर के रैफरी से सैमुएल चंद ने बताया कि आंखें न होते हुए भी खिलाड़ियों का जिस प्रकार का प्रदर्शन चेन्नई में देखने को मिला है वह अपने आप में मिसाल से कम नहीं। उन्होंने बताया कि एनआईवीएच देहरादून में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उत्तराखंड कीदिव्यांग फुटबॉल टीम का गठन किया गया जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के चार खिलाड़ी शामिल हैं जिन्होंने इस प्रतियोगिता में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उन्होंने बताया कि एशिया कप दिव्यांग फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए भी इन खिलाड़ियों का चयन किया गया है जोकि नवम्बर माह में इसमें भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में देश की तेरह टीमों ने भाग लिया जिसमें उत्तराखंड में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया हमारे संवाददाता से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय दिव्यांग रेफरी से सैमुलचंद ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी उत्तराखंड के खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे और देश का गौरव बढ़ाएंगे।