देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका-स्वामी कपिल मुनि

हरिद्वार उत्तराखंड धर्म

हरिद्वार। श्री हरेराम आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि परमार्थ के लिए जीवन व्यतीत करने वाले संत महापुरूषों के सानिध्य में ही व्यक्ति का कल्याण होता है। आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम अवसर पर आयोजित संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर धर्म के अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने के साथ देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों ने हमेशा ही अहम निभायी है। संत सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ आमजन में आध्यात्मिक चेतना जगाने में योगदान कर रहे महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज का मानव कल्याण में योगदान सभी के लिए प्रेरणादायी है। कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा अविरल बहने वाली ज्ञान की गंगा है। मानव मात्र का कल्याण करने वाली श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करने के लिए कथा के यजमान साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरू के रूप में समाज का मार्गदर्शन कर रहे स्वामी कपिल मुनि के त्यागमयी जीवन से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। कथा मुख्य यजमान श्रीमती संतोष आचार्य जैन व रविन्द्र शर्मा ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर व शाॅल ओढ़ाकर स्वागत किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, डा.जितेंद्र सिंह, स्वामी चिदविलासानंद, महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद, महंत गंगादास उदासीन, स्वामी श्रवण मुनि, स्वामी देवेश्वरानंद, स्वामी नामदेव, स्वामी अरूण दास, स्वामी नरेश मुनि, महंत पारस मुनि, स्वामी परमेश्वर मुनि, महंत शुभम गिरी, कोठारी महंत राघवेंद्र दास, महंत विष्णुदास, स्वामी कृष्णानंद, महंत कमल मुनि, महंत रघुवीर दास, महंत विष्णु दास, महंत सूरज दास, महंत गोविंददास, महंत प्रेमदास, महंत दामोदर शरण दास सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन मौजूद रहे।

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