आप की कुंडली में अचानक किस्मत बदलने वाले योगः जानिए

धर्म

अचानक किस्मत बदलने वाले योग

कहते हैं समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता। अगर आपकी किस्मत में कुछ नहीं है तो उसे पाने के आप कितने भी जतन करें लेकिन नहीं मिलेगा। किस्मत के ये हाल कुंडली में दर्ज होते हैं जिन्हें समझकर आप अपने भाग्य की दशा भी आसानी से समझ सकते हैं। कई कुंडली में अचानक किस्मत बदलने वाले योग होते हैं, जो आपकी सोच से कहीं बढ़कर अचानक लाभ देते हैं। कई बार आपने देखा होगा कि अचानक कोई एकदम नॉर्मल लाइफ से हाई-फाई लाइफ में पहुंच जाता है, तो कोई सफलता की ऊंचाइयों से एकदम नीचे पहुंच जाता है। यह सब आपकी कुंडली की दशाओं का ही चमत्कार होता है।

अचानक किस्मत बदलने वाले जिन योगों की चर्चा आगे हम यहां कर रहे हैं वो कई प्रकार से कार्य करते हैं, हो सकता है वो आपको अचानक लॉटरी लगाकर धनवान बना दे, या किसी के प्रभाव से अचानक समाज में प्रतिष्ठा दिला दे।

इन्हें मुख्य रूप से तीन भागों में बांट सकते हैं- सामाजिक, आर्थिक और शारीरिक। आगे जानिए क्या हैं वो…

आर्थिक

कुंडली में भाग्येश के साथ भाग्य स्थान में किसी भी शुभ ग्रह का होना या भाग्येश का अकेला होना अचानक धन लाभ के योग बनाता है। ऐसे व्यक्तियों को भाग्येश की अंतर्दशा आते ही बहुत बड़ा लाभ मिलता है।

भाग्येश का धनेश के साथ संबंध हो और दोनों की ही दशा या अंतर्दशा आए, तो व्यक्ति को निश्चित तौर पर उस समय बड़ा धन लाभ होता है। ऐसे में भाग्येश और धनेश के बीज मंत्रों का जाप भी लाभकारी होता है।

सामाजिक

कई लोग समाज में हमेशा ही बड़ा स्थान पाना चाहते हैं, लेकिन उनकी वैसी परिस्थितियां नहीं दिखने के कारण लोग हमेशा उनकी इन इच्छाओं का मजाक बनाते हैं, यहां तक कि व्यक्ति खुद भी इसे बस ख्वाब ही समझता है। लेकिन ऐसा हो सकता है, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई प्रसिद्ध हस्तियां इसकी जीती-जागती मिसाल रही हैं। कुंडली का चतुर्थ भाव और राहु स्थान व्यक्ति के समाजिक मान और प्रतिष्ठा को बढ़ा सकते हैं। इन दोनों ही स्थानों के स्वामी ग्रह ही किसी को ऊंचा पद या सम्मान देते हैं। अगर आपकी कुंडली में बहुत अच्छा ना भी हो, तो चतुर्मेश और नवमेश के मंत्रों का एक साथ जाप करें। यह आपके व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाएगा, अगर इसकी शुभ दशाएं बन गईं तो आपको बड़ी समाजिक प्रतिष्ठा मिले ऐसी स्थितियां भी बन सकती हैं।

शारीरिक

भाग्येश या भाग्य स्थान में बैठा ग्रह आपके अच्छे या बुरे स्वास्थ्य का कारक होता है। कई बार लोग बहुत प्रयास करने के बाद भी मोटापे जैसी परेशानियों से निजात नहीं पा पाते। नवें घर में बैठे ग्रह या नवमेश की दृष्टि अगर लग्न पर हो और दोनों में जिसकी भी दशा बलवान हो उसकी अंतर्दशा आने पर मोटापे जैसी परेशानियों में अचानक निजात मिलता है। अगर आप लंबे समय से बीमार हैं तो कुंडली में शुभ ग्रह को देखें। अगर इसकी दृष्टि लग्न पर हो, तो समझें कि इसकी अंतर्दशा आते ही आप स्वस्थ हो जाएंगे। शुभ दशाएं ना हों तो लग्नेश और भाग्येश दोनों के ही बीज मंत्रों का एक साथ 40 दिनों तक जाप करें। जल्द ही लाभ प्राप्त होगा।

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