मातृभूमि सेवा मिशन के तत्वावधान में धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र सूर्यग्रहण आयोजन समिति द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन
कुरुक्षेत्र\
मातृभूमि सेवा मिशन के द्वारा धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में अतिथि रूपी श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे का शुभारंभ मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा सूर्यग्रहण के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों के लिए गठित धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र सूर्यग्रहण आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा सूर्य ग्रहण एक बहुत ही प्रमुख खगोलीय घटना, प्रकिृ्त का एक अद्भुत चमत्कार है। सूर्य और चंद्रमा का हमारे जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है। एक हमारे जीवन में ऊर्जा का मुख्य स्त्रेत है, तो दूसरा हमारे ग्रह का एकमात्र उपग्रह। इनसे संबंधित गतिविधियों में ग्रहण बेहद अहम है। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण एक खगौलीय घटना है, जिसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही क्षेत्रें में काफी महत्व है। पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चाँद पृथ्वी की। कभी-कभी चंद्र, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है तथा पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूर्ण अथवा आंशिक रूप से चन्द्रमा द्वारा ढ़का हुआ नजर आता है, तब उस स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते हैं।
डॉ- मिश्र ने कहा सूर्य ग्रहण के समय सूर्य का ध्यान-मनन करने से सूर्य की शक्तियों को ग्रहण किया जा सकता है। सूर्य आत्मविश्वास, पिता, एवं उर्जा शक्ति का कारक ग्रह है। सूर्य ग्रहण के दिन सूर्य मंत्र जाप, होम करने पर व्यक्ति के आत्मविश्वास में विृ्द्ध होती है। सूर्य ग्रहण के ग्रास काल की अवधि में अपनी आन्तरीक शक्तियों को योग के द्वारा सरलता से जाग्रत किया जा सकता है।
धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र सूर्यग्रहण आयोजन समिति के संयोजक अनुज सिंगला ने बताया प्रातःकाल से धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में आने श्रद्धालुओं के लिए भंडारा प्रारंभ कर दिया गया। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बहु ही संतुलित विविध प्रकार के प्रसाद की व्यवस्था की गई है। कुरुक्षेत्र में आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु पूरे कुरुक्षेत्र नगर का अतिथि है। हम लोग हर संभव प्रकार से श्रद्धालुओं की सेवा में समर्पित है।
कार्यक्रम में एडवोकेट विवेक गोयल, अभिनव अग्रवाल, तनुज काठपाल, आभास, मोहिन्द्र गोयल, राजन जिंदल, गौरव सिंगला, मानिक गोयल, रोहिन, रूपेश सहित अनेक धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि जन उपस्थित रहे।