मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रीमद्भगवद्गीता जयंती समारोह के उपलक्ष्य में निवेदिता पब्लिक स्कूल में श्रीमद्भगवद्गीता बाल संवाद कार्यक्रम सम्पन्न
कुरुक्षेत्र। श्रीमद्भगवद्गीता एक ऐसी ज्ञानगंगा है, जिसकी विचारधारा में समस्त आध्यात्मिक सत्य और उसकी सहज अनुभूतियों की लहरे स्पष्टतः हमें परिलक्षित होती है। श्रीमद्भगवद्गीता में दिव्यकर्म, दिव्य ज्ञान, दिव्य भक्ति की त्रिवेणी एक साथ लहराती है। गीता व्यत्तिफ़ को परहितव्रती बनाती है। इसका परहित व्रत किसी सीमा से आबद्ध नहीं है, यह तो जाति, धर्म, वर्ण या वर्ग-विशेष से परे प्राणीमात्र तक पहुंचाता है। यह उद्गार मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित अठारह दिवसीय कार्यक्रम के चतुर्थ दिवस निवेदिता पब्लिक स्कूल, नजदीक किरमिच रोड, कुरूक्षेत्र में श्रीमद्भगवद्गीता बाल संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किए। गीता बाल संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ डा श्रीप्रकाश मिश्र, मेवा राम कश्यप एवं विद्यायल की प्राधाानाचर्य श्रीमती बाला देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

गीता बाल संवाद कार्यक्रम में डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने सभी विद्यार्थियों को श्लोकों का उच्चारण करवाया और नित गीता पाठ का संकल्प दिलवाया। डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि गीता का संदेश संपूर्ण विश्व के लिए अनुकरणीय है। विद्यार्थी अपने जीवन के लक्ष्य को आसाीन से प्राप्त कर सकते हैं। गीता में कर्म व्यवहार द्वारा व्यत्तिफ़त्व निर्माण गीता के समन्वयात्मक सन्देश का क्षेत्र सार्वभौम है। यह हमारे व्यावहारिक जीवन का दार्शनिक आधार है। कार्यक्रम की अधयक्षता निवेदिता पब्लिक स्कूल के निदेशक मेवा राम कश्यप करते हुूए कहा कि सभी वेदों का सम्पूर्ण सारांश गीता के विद्यमान है। गीता के बारे में वर्णन करने के लिए हमारे पास शब्द सीमा नहीं है। इसे शब्दों से नहीं बाधा जा सकता है। मेवा राम कश्यप ने कहा कि मातृभूमि सेवा मिशन विद्यालयो के विद्यार्थियों को गीता के संदेश से अवगत करवाने का इस गीता जयंती पर महान कार्य कर रहा हैं। मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा विद्यार्थियोें के लिए किया जा रहा यह प्रयास वंदनीय एवं अभिनंदनीय है। आभार ज्ञापन विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती बाला देवी ने किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका बबीता ने किया। कार्यक्रम में गुलाब सिंह, कृष्ण, किशनपाल, उषा, बबीता सहित समस्त अधयापक एवं अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित रहे।