भगवान बद्रीनाथ मंदिर के 16 नवंबर को शुरू हुई कपाट बंद करने की प्रक्रिया के दौरान पहले दिन भगवान गणेश के मंदिर के कपाट बंद किए गए थे इसके बाद आदि केदारेश्वर और आदि गुरु शंकराचार्य के मंदिर के कपाट बंद किए गए। बीते कल मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी द्वारा मां लक्ष्मी को गर्भ ग्रह में लाया गया। आज विशेष पूजा अर्चना के बाद 3.30 बजे विधि विधान से मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए और भगवान बद्रीनाथ की चल विग्रह डोली अपने शीतकालीन प्रवास के लिए जोशीमठ के लिए रवाना हो गई।