मसूरी। नगर पालिका परिषद की बैठक में 90 प्रस्ताव आये, जिसमें से 13 प्रस्ताव स्थगित किए गये। वहीं करीब 20 करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों के प्रस्ताव भी पास किए गये बोर्ड बैठक के दौरान कई मुद्दों पर पालिका सभासद गीता कुमाई ने विरोध किया और पालिकाध्यक्ष के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई। बोर्ड बैठक में मालरोड से बोलार्ड हटाये जाने और जल संस्थान कार्यालय के लिए स्थान देने का भी प्रस्ताव स्वीकृत किया गया। साथ ही जिला पर्यटन अधिकारी के पत्र पालिका द्वारा रोपवे के लिए हस्तांतरित की गई चार एकड के अतिरिक्त शिफन कोर्ट से लगती हुई भूमि पर्यटन विंभाग को देने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है।
बैठक की जानकारी देते हुए पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया कि पालिका बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किए गये, जिसमें पेयजल निगम ने जो पालिका की सड़के खोदी हैं उन्हें बनाने के साथ ही शहर की अन्य पालिका सड़कों के निर्माण व अन्य विकास कार्यों के लिए करीब 20 करोड़ रूपये के प्रस्ताव स्वीकृत किए गये। वहीं मसूरी झील को 15 साल के लिए लीज पर देने का प्रस्ताव पास किया गया जिसे नये तरीके से आधुनिक रूप से पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रख कर बनाया जायेगा। वहीं सफाई को देखते हुए प्रस्ताव पास किया गया जिसमें मसूरी से लगे आसपास के क्षेत्र में भी सफाई व्यवस्था की जायेगी।
पालिका बोर्ड बैठक में उठाये गये सवालों पर सभासद गीता कुमाई ने कहा कि पालिका का एजेंडा भ्रष्टाचार से लिप्त है इस एजेंडों को रद्द करने की मांग की थी जिसमें बडे बडे काम किए जा रहे हैं। बीस करोड गेस्ट हाउस के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया कि इसे तोड़ कर बनाया जाय, जबकि यह गेस्ट हाउस 10 साल पहले बना है जबकि मसूरी में बच्चों के भविष्य को लेकर किसी इंस्टीटयूट की बात नहीं की जा रही। पालिका अन्य कार्य तो कर रही है लेकिन संविदा कर्मियों की बात क्यों नहीं की जा रही, जो विगत 15 सालों से अधिक समय से कार्य कर रहे हैं उन्हें नियमित किया जाए।