हरिद्वार। बड़ी रामलीला में आज जनकपुरी एवं परशुराम तपस्या का मंचन कर तपोबल से शक्ति का सृजन और सुंदरता से सौहार्द तथा पारस्परिक तारतम्य का दर्शन कराया गया। श्रीरामलीला कमेटी ने दिखाया कि भक्ति भगवान की हो या गुरु की व्यक्ति को महानता एवं सफलता की ओर अग्रसर करती है। पुष्प वाटिका से प्रारंभ हुई लीला में गुरु पूजा के लिए पुष्प लेने पहुंचे राम-लक्ष्मण और गौरी पूजन को आई सीता ने एक दूसरे का दर्शन किया ।भगवान श्रीराम के स्वरूप में अंकित तिवारी ने जहां मर्यादित आचरण का आदर्श प्रस्तुत किया वहीं परशुराम के स्वरूप में उत्कृष्ट पात्रता की प्रस्तुति देने वाले मनोज सहगल ने शिव भक्ति का शक्ति सृजक दृश्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। परशुराम तपस्या में लाइट एंड साउंड ने जिस अतीत का दर्शन कराया उस से भारत की संस्कृति और संस्कारों ने दर्शकों के हृदय में नया स्थान बनाया। जनकपुरी के इसी दृश्य ने सीता स्वयंवर की आधारशिला रखी , जबकि गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुरी पहुंचने पर राम- लक्ष्मण का जो सत्कार हुआ वहअतिथि देवो भव की भावना का संचार करता है।
श्रीरामलीला कमेटी द्वारा की गई व्यवस्थाओं का ही परिणाम था कि भारी बारिश पर राम भक्तों की आस्था भारी पड़ी और दर्शकों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर रामलीला का दर्शन किया। रंगमंच पर धनुष यज्ञ के पश्चात सोमवार को श्रीराम विवाह शोभा यात्रा का आयोजन होगा जो रामलीला भवन से आरंभ होकर मोतीबाजार ,बड़ा बाजार एवं अपर रोड होते हुए चित्रा टॉकीज की गली से होकर रामलीला भवन पहुंचेगी । रंगमंच को उत्कृष्टता प्रदान करने के बाद अब श्रीरामलीला कमेटी ने राम बारात की तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं, 26 सितंबर को रंगमंच पर अवकाश रहेगा। शोभा यात्रा की सफलता के लिए तन्मयता से लगने वालों में प्रमुख हैं श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा,वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील भसीन, मुख्य दिग्दर्शक भगवत शर्मा श्मुन्नाश्,संपत्ति कमेटी सचिव रविकांत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल, मंच संचालक विनय सिंघल, सहायक दिग्दर्शक साहिल मोदी, कन्हैया खेवडिया ,ऋषभ मल्होत्रा, राहुल वशिष्ठ ,पवन शर्मा ,विशाल गोस्वामी, दर्पण चड्ढा ,विपुल शर्मा, सुनील वधावन, रमन शर्मा,विनोद शर्मा एवं मनोज बेदी।