24 मार्च से उत्तराखंड में निकलेगी चिपको चेतना यात्रा, हरी झंडी देकर ऋतु खंडूरी करेंगी रवाना: ग्रीनमैन विजयपाल बघेल

उत्तराखंड हरिद्वार

चिपको आंदोलन के सृजन गांव रैणी से शुरू होगी चेतना यात्रा केदार जोशी उत्तराखंड के 13 जिर्जा में 18 होंगे विशेष आयोजन: डॉ अर्चना

युवा संत समाज भी यात्रा में लेगा बढ़चढ़ कर हिस्सा रविदेव शास्त्री

हरि‌द्वार। उत्तराखंड राज्य के रजत जयंती वर्ष के अंतर्गत वृक्ष संरक्षण के लिए चिपको आंदोलन’ की प्रणेता माता गौरा देवी के जन्मशताब्दी वर्ष 2025 को “वृक्ष सुरक्षा वर्ष” के रूप में मनाए जाने का संकल्प लेकर भारतीय वृक्ष न्यास (ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) ‌द्वारा 24 से 30 मार्च 2025 वाले सप्ताह को ‘वृक्ष सुरक्षा सप्ताह” के रूप में मनाकर पूरे उत्तराखंड में 23-30 मार्च 2025 तक ‘चिपको चेतना यात्रा” का संचालन किया जा रहा है। चिपको स्मृति स्थल चमोली जिले के जोशीमठ के निकट रैनी गांव तपोवन से 24 मार्च को चिपको चेतना यात्रा का शुभारंभ उत्तराखंड विधान सभा की अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूरी हरि झंडी दिखाकर रवाना करेगी और समापन 30 मार्च को ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन की दिव्य गंगा आरती में होगा। उक्त जानकारी भारतीय वृक्ष न्यास (ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष बीनमैन विजयपाल बधार ने हरि‌द्वार प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने बताया कि सात दिन में उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में चिपको संदेश प्रसारित किया आएगा।

ग्रीनमैन ने आगे कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की विश्वव्यापी समस्या वर्तमान की एक गंभीर चुनौती बन गई है, जिसका सामना हरित क्षेत्र में अधिकाधिक वृद्धि करके और जंगलों को सुरक्षित रखकर ही किया जा सकता है। “सिर साटे रुख बचे तो भी सस्ताँ जान” का भर्म समझाने वाली माता अमृतादेवी विश्नोई के सूत्रवाक्य को अपनाकर ‘चिपको आंदोलन’ को जन्म देने वाली माता गौरा देवी के जन्म शताब्दी वर्ष 2025 को “वृक्ष सुरक्षा वर्ष” के रूप में मान्यता देकर देश दुनिया में वृक्ष संरक्षण की मुहिम को यादगार बनाने की पुरजोर मांग भारतीय वृक्ष न्यास कर रहा है। चिपको चेतना यात्रा का उद्देश्य पेड़ बचाने वाले उस चिपको जनांदोलन की आमजन मानस को याद आए जब जंगल को अपना मायका मानने वाली महिलाओं ने जान की परवाह किए बिना पेड़ों से लिपटकर उनकी रक्षा की थी। चिपको चेतना यात्रा के समन्वयक केदार जोशी ने यात्रा प्रवासों की जानकारी देते हुए बताया कि 24 मार्च को प्रातः 11 बजे उद‌घाटन समारोह बन आयोजन चिपको स्मृति स्थल रैणीगांव तपोवन में श्रीमती रितु खंडूरी विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड हरी झंडी देकर रवाना करेंगी। रात्रि प्रवास गोपेश्वर में रहेगा 25 मार्च को चंपावत, 26 मार्च रुद्रपुर, 27 मार्च को श्रीनगर, 28 को उत्तरकाशी तथा 29 को हरि‌द्वार में रहेगा।

चिपको चेतना यात्रा की सफलता के लिए मातृशक्ति का प्रतिनिधित्व करने वाली डॉ अर्चना ने सहयोगी संस्थाओं के बारे मै जानकारी देते हुए बताया कि वृक्ष सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित यात्रा अभियान में उत्तरांचल उत्थान परिषद, लोक भारती तथा पर्यावरण गतिविधि के संयुक्त तत्वाधान में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। देवभूमि उत्तराखंड में आयोजित चिपको चेतना यात्रा मैं युवा संत समाज की भूमिका महत्वपूर्ण होगी जिसकी घोषणा रविदेव शास्त्री जी ने खुद संवाद दाता सम्मेलन घोषणा की। टीटीआई के संरक्षक जगदीश लाल पाहवा ने बताया कि दस व्यक्तियों का यात्रादल वृक्ष सुरक्षा सप्ताह के तहत पूरे उत्तराखंड में 18 अलग अलग स्थानों पर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा जिनमें रैनी तपोवन, जोशीमठ, गोपेश्वर, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, हल्द्‌वानी, रुद्रपुर, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, मसूरी, देहरादून, हरि‌द्वार तथा ऋषिकेश आदि प्रमुख होंगे। संवाददाता सम्मेलन में विनोद मित्तल, प्रमोद शर्मा, ओपी-सिंह, एसएस राणा, विश्वास सक्सेना, राकेश अरोड़ा इत्यादि शामिल रहे।

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