परिवार केवल रक्त-संबंध नहीं, बल्कि संस्कृति, सहअस्तित्व और आत्मबल का सबसे बड़ा विद्यालय है
जो परिवार से विमुख हुआ, वह भविष्य से विमुख हुआ 21वीं सदी की चमकती दुनिया में इंसान ने मशीनों को तो अपना साथी बना लिया, पर अपने ही लोगों को भुला दिया। रिश्ते अब ‘ऑनलाइन’ हैं, आत्मीयता ‘ऑफ़लाइन’। प्रो. दयानंद तिवारी इस लेख में चेतावनी देते हैं कि जो व्यक्ति परिवार को महत्व नहीं देता, […]
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