स्वदेशी, स्वावलंबन एवं स्वरोजगार आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला है: डा. श्रीप्रकाश मिश्र

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मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण मे स्वदेशी, स्वावलंबन एवं स्वरोजगार का महत्व विषय है आयोजित राष्ट्र संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता चितंक, लेखक एवं विचारक लाल भाई पटेल ने की।

कुरुक्षेत्र।

प्राचीन और सनातन भारतीय ज्ञान और विचार की समृद्ध परपंरा के द्वारा सदैव एक सशक्त एवं विकसित राष्ट्र की संकल्पना की गई है कर आज भी देश को बहुआयामी रूप से आत्मनिर्भर बनाने वाली है। वर्तमान काल में वैश्वीकरण, आधुनिकीकरण, तकनीकीकरण ने भारतीय संस्कृति व मूल्यों को बहुत प्रभावित किया है। यह विचार मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण मे स्वदेशी, स्वावलंबन एवं स्वरोजगार का महत्व विषय पर आयोजित राष्ट्र संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन अभियान सिद्धपुर, गुजरात के प्रमुख, चितंक, लेखक एवं विचारक लाल भाई पटेल एवं डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने संयुक्त रूप ही दीप प्रज्ज्वलन से किया। डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा भारत सिर्फ एक देश नहीं अपितु एक राष्ट्र है, जिसकी संपूर्ण विश्व में अलग संस्कृति, झलक व पहचान है। यहाँ के ऋषि-मुनि ज्ञान की पराकाष्ठा थे तथा विश्व में ऐसी कोई स्थिती परिस्थिती ना थी जिससे वे अनभिज्ञ थे तथा इसिलिये यह विश्व मे अग्रणी, ज्ञानदूत तथा शांतिदूत रहा। उन्ही के परिश्रम, आध्यात्मदर्शन व व्यवहारिक कुशलता के कारण भारत प्रारंभ से ही आत्मनिर्भर रहा किंतु विदेशी आक्रांताओ ने उस सुख, समृद्धि और वैभव की लूट व बंदरबाट की चाह मे आक्रमणो के माध्यम से भारत के प्राचीन, ऐतिहासिक, पौराणिक ज्ञान कौशल को नष्ट किया।स्वदेशी, स्वावलंबन एवं स्वरोजगार आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए
सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन अभियान सिद्धपुर, गुजरात के प्रमुख, चितंक, लेखक एवं विचारक लाल भाई पटेल ने कहा आत्मनिर्भर भारत मतलब विदेशो की बैसाखी का सहारा छोड स्वयं के पैरो पर खडा भारत, अपनी आत्मा पर निर्भर भारत और भारत की आत्मा उसकी ज्ञान, संस्कृति, सिद्धांत व मूल्य आधारित व्यवस्थायें है, अर्थव्यवस्था जिसका की एक महत्वपूर्ण अंग है। वैश्विकस्तर पर सदा खुली रहने वाली इस अर्थव्यवस्था का स्वरूप आत्मकेन्द्रित ना होकर वसुधैव कुटुम्बकम् के सिद्धांत से प्रेरित है।
लालजी भाई पटेल ने कहा आज हम सभी का दायित्व यही है कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिये भाषा व व्यवहार को स्वदेशी बनाते हुये इस विशाल अर्थव्यवस्था के स्वदेशीकरण में अपना सहयोग प्रदान करें, क्योंकि आत्मनिर्भर भारत प्रकृति पर्यावरण का संरक्षक है, समाज का आधार है। आत्मनिर्भर भारत राष्ट्र के उत्थान का एकमात्र उज्जवल मार्ग है। मातृभूमि सेवा मिशन परिवार की ओर से सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन अभियान सिद्धपुर, गुजरात के प्रमुख, चितंक, लेखक एवं विचारक लाल भाई पटेल उस स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट किया गया। कार्यक्रम में मातृभूमि सेवा मिशन के सदस्य, विद्यार्थी एवं अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ से हुआ।

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