जम्मू \ श्रीकैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री की अध्यक्षता में प्रतिनिधि मण्डल ने जम्मू के मेयर राजिंदर शर्मा की मंगलवार को ज्ञापन सौंपा एवं कामधेनु गाय माता की प्रतिमा भेंट की और कहा कि अगर सतवारी एयरपोर्ट रोड़ का नाम डॉ उत्तम चंद शास्त्री पाठक जी के नाम रखे तो संस्कृत सेवियों का मनोबल बढ़ेगा और ऐसे प्रयासों से प्रदेश में विलुप्त हुए संस्कृत धर्म -दर्शन की पुनर्प्रतिष्ठा सम्भव है और संस्कृत प्रेमियों के मनोबल बढ़ेगा।
डा. उत्तम चंद शास्त्री पाठक जी का जन्म 15 जनवरी सन् 1923 ई. में बसहोली, जम्मू कश्मीर में हुआ था। उनके पिताजी का नाम पंडित चूड़ामणि पाठक तथा उनकी माता जी का नाम श्रीमती कृपा देवी देवी जी था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रघुनाथ पाठशाला में ही ग्रहण की और बाद में लाहौर विश्वविद्यालय से वह भारत छोड़ो आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे। जिसमें वह गम्भीर रूप से घायल हो गए और अमृतसर के अस्पताल में कई माह तक भर्ती रहे। वह भारत विभाजन के समय लाहौर में थे। उन्होंने गीता स्कूल कुरुक्षेत्र के प्रथम बैच शिक्षक के रूप में सेवाएं देने लगे। उसके उपरांत उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से संस्कृत में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। जिसमे महाभारत में सांख्य योग का महत्व विषय रहा। उन्होंने आयुर्वेदाचार्य की उपाधि भी प्राप्त की थी। उन्होंने बसहोली में चूड़ामणि संस्कृत संस्थान (गुरकुल) की स्थापना भी की।