हरिद्वार 3 अप्रैल।
एयर वाटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक श्री काजुया हिगुची अपनी टीम के साथ देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के शैक्षिक और आध्यात्मिक वातावरण का अध्ययन किया। युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ स्वावलंबी बनाने की दिशा में चल रहेस्वावलंबन व रचनात्मक कार्यों के कार्यप्रणाली को बारिकी से परखा।
श्री हिगुची देसंविवि के प्रतिकुलपति युवा आइकान डॉ चिन्मय पण्ड्या जी भेंट की और प्रौद्योगिकी, सतत विकास और समग्र शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। दोनों प्रतिष्ठित विद्वानों ने आध्यात्मिकता और उद्योग जगत का समन्वय समाज के संतुलित एवं दीर्घकालिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा पर अपने अपने विचार साझा किया।
हिगुची की इस यात्रा ने वैश्विक संगठनों और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के बीच सहयोग की संभावनाओं को और अधिक सुदृढ़ किया है। यह विश्वविद्यालय की परिवर्तनकारी दृष्टि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सशक्त करता है, बल्कि ऐसे सहयोगों को भी प्रेरित करता है जो शिक्षा, संस्कृति और नवाचार के माध्यम से सामाजिक उत्थान में सहायक हो सकते हैं।
एयर वाटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक श्री काजुया हिगुची अपनी टीम के साथ देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के शैक्षिक और आध्यात्मिक वातावरण का अध्ययन किया। युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ स्वावलंबी बनाने की दिशा में चल रहेस्वावलंबन व रचनात्मक कार्यों के कार्यप्रणाली को बारिकी से परखा।
श्री हिगुची देसंविवि के प्रतिकुलपति युवा आइकान डॉ चिन्मय पण्ड्या जी भेंट की और प्रौद्योगिकी, सतत विकास और समग्र शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। दोनों प्रतिष्ठित विद्वानों ने आध्यात्मिकता और उद्योग जगत का समन्वय समाज के संतुलित एवं दीर्घकालिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा पर अपने अपने विचार साझा किया।
हिगुची की इस यात्रा ने वैश्विक संगठनों और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के बीच सहयोग की संभावनाओं को और अधिक सुदृढ़ किया है। यह विश्वविद्यालय की परिवर्तनकारी दृष्टि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सशक्त करता है, बल्कि ऐसे सहयोगों को भी प्रेरित करता है जो शिक्षा, संस्कृति और नवाचार के माध्यम से सामाजिक उत्थान में सहायक हो सकते हैं।