देवगुरु बृहस्पति की उल्टी चाल का किस किस राशि पर क्या-क्या प्रभाव पड़ता है,आइए जानते हैं

धर्म

देवगुरु बृहस्पति 09 अक्तूबर बुधवार को हो गए हैं वक्री : महंत रोहित शास्त्री ज्योतिषाचार्य

इस वर्ष देवगुरु बृहस्पति 09 अक्तूबर 2024 को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर वृष राशि में वक्री हो गए हैं जो अगले साल यानी मंगलवार 04 फरवरी 2025 की दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर पुनः मार्गी अवस्था में आ जाएंगे। गुरु ग्रह लगभग 119 दिन तक वक्री चाल चलेंगे, इस विषय में श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के प्रधान ज्योतिषाचार्य महंत रोहित शास्त्री ज्योतिषाचार्य ने बताया गुरु ग्रह के वक्री होने का अर्थ यह है कि गुरु ग्रह अब उल्टा चलेंगे और मार्गी होना यानी सीधा चलेंगे,ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है। गुरु एक वर्ष एक राशि में रहते हैं और एक वर्ष बाद राशि परिवर्तन करते हैं उन्हें 12 राशियों का चक्र लगाने के लिए 12 वर्ष लगते हैं। गुरु हर 13 महीने में लगभग चार महीने के लिए वक्री हो जाता है। गुरु धनु राशि और मीन राशि के स्वामी हैं। इनके सूर्य, चन्द्र और मंगल मित्र है, बुध, शुक्र शत्रु है तथा शनि, राहु, केतु समग्रह है,गुरु कर्क राशि में उच्च के होते हैं और मकर राशि में नीच के माने जाते हैं यह विद्या,ज्ञान,मंदिर, उच्चपद, गुरु,धर्म, विवाह, संतान, वृद्धि आदि का कारक है। इन्हें देवगुरु बृहस्पति के नाम से भी जाना जाता है इनके प्रभाव से ही मनुष्य के जीवन में बड़े बदलाव होते हैं। ये परिवर्तन सकारात्मक और नकारात्मक दोनों हो सकते हैं। कुंडली में अगर गुरु ग्रह मजबूत हो तो सफलता बिल्कुल तय है लेकिन यही गुरु ग्रह अगर कमजोर हो तो तमाम मुश्किलें जीना मुहाल कर देती है। गुरु ग्रह बुद्धि तथा उत्तम वाकशक्ति के स्वामी है।

*देवगुरु बृहस्पति की उल्टी चाल का किस किस राशि पर क्या-क्या प्रभाव पड़ता है,आइए जानते हैं। :-*

मेष : आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी,समाज में आपका यश बढ़ेगा एवं आर्थिक स्थिति ठीक होगी।

वृष : दुश्मनों से सतर्क रहें ,परिश्रम अधिक करना होगा एवं नए प्रोजेक्ट शुरू न करना ही बेहतर है।

मिथुन : आर्थिक नुकसान होगा,मेहनत अधिक करनी होगी, मानसिक तनाव एवं किसी से भी वाद-विवाद हो सकता है एवं स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

कर्क : स्वास्थ्य के मामले में आपको अपना ध्यान रखने की अति आवश्यकता है एवं वाद विवाद से दूर रहे।

सिंह : विवाह संबंधित वार्ता सफल होगी एवं जीवनसाथी से कहीं प्यार तो कहीं तकरार हो सकती है।

कन्या : वैवाहिक जीवन में दिक्कतों के अलावा कार्यक्षेत्र में भी परेशानियां हो सकती है, शिक्षकों को सफलता प्राप्त होगी ।

तुला : कार्य में सफलता मिलेगी, दुश्मनों पर विजय प्राप्त होगी एवं समाज में यश, मान एवं सम्मान बढ़ेगा।

वृश्चिक : अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी,धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी एवं वाहन लेने का योग बन रहा है।

धनु : नए काम की शुरुआत करने के लिए भी समय अच्छा रहेगा एवं मेहनत का पूर्ण फल प्राप्त होगा।

मकर : वाहन आदि चलाते समय ध्यान से चलाये एवं दुष्ट लोगो से दूर रहे।

कुम्भ : धोखा खाने से बचना चाहिए और स्वास्थ का ध्यान रखें।

मीन : धन का लाभ होगा,वाहन,भूमि एवं मकान लेने का योग बन रहा है

आओ जाने कैसे देवगुरु को प्रसन्न किया जा सकता है।

गुरुवार को पीली वस्तुओं का दान करे जैसे केला,केसर,बादाम,सोना,पीला वस्त्र,दाल चने,हल्दी आदि, गुरुवार को पीले वस्त्र पहने,पीला तिलक लगाएं,पीपल एवं केले का पौधारोपण करें। गुरुवार के दिन व्रत रखना चाहिए।गुरु की प्रतिमा या फोटो को पीले कपड़े पर विराजित करें और श्रद्धा भाव से पूजा करें। देवगुरु बृहस्पति जी की मूर्ति को केसरिया चंदन, पीले चावल, पीले पुष्पों और प्रसाद के लिए पीले पकवान या फल चढ़ाएं। गुरुवार को माता-पिता और गुरु से भेंट जरूर करें और उनका आशीर्वाद लें।

*देवगुरु बृहस्पति के चमत्कारी मंत्र जिन्हें पढ़ने से हर कष्टों का अंत होता है।*

(1) ॐ बृं बृहस्पतये नमः।।

(2) ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।।

(3) ऊं अंशगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात्।

(4) देवानां च ऋषीणां च गुरुं काञ्चन सन्निभम्।बुद्धि भूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।।

(5) ॐ देवमन्त्री विशालाक्ष: सदा लोकहिते रत:। अनेकशिष्यसम्पूर्ण: पीड़ां हरतु ते गुरु:।।

किसी भी विद्वान ब्राह्मण से या स्वयं गुरु के तंत्रोक्त, वैदिक मंत्रों के 19,000 (19 हजार) जप करें या करवाएं।

*महंत रोहित शास्त्री (ज्योतिषाचार्य) अध्यक्ष श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट (पंजीकृत) संपर्कसूत्र :-9858293195,7006711011,9796293195*

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