गुरु द्वारा जो शिक्षा दी जाती है वह हमारे जीवन में सर्वश्रेष्ठः बंशीधर तिवारी

उत्तराखंड नैनीताल

नैनीताल। महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने राजकीय बालिका इण्टर कालेज, हल्द्वानी में कुमाऊं मण्डल के अपर निदेशक माध्यमिक, प्रारम्भिक के साथ ही समस्त शिक्षाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक के उपरांत सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने पत्रकारों से भी वार्ता कर पत्रकारों की समस्याओं को भी बारीकी से सुना। इस दौरान एनयूजेआई के प्रदेश अध्यक्ष संजय तलवाड़ ने महानिदेशक का स्वागत व अभिनन्दन किया। उन्होंने कुमाऊं मण्डल के समस्त शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि एनएएस (नेशनल एचीवमेंट सर्वे) के लिए स्कूलों मे अतिरिक्त क्लासेज चलाई जाएं तथा कक्षा 3 से कक्षा 8 तक विज्ञान विषय को अंग्रेजी में करने से आ रही परेशानियों को देखते हुए विस्तृत समीक्षा की। महानिदेशक तिवारी ने शिक्षाधिकारियों को कहा कि सभी टीचरो को प्रेरित करेें कि बच्चों की अतिरिक्त क्लासें लगाई जाएं जिससे बच्चों मे शिक्षा का स्तर बेहतर होगा। इसके लिए टीचरों को अतिरिक्त प्रोत्साहन भी दिया जायेगा। उन्होंने समीक्षा में बैठक में कहा कि सप्ताह में अभी तक एक दिन दूध मिलता था अब सप्ताह में बच्चों को दो दिन दूध मिलेगा। उन्होंने कहा गुरू द्वारा जो शिक्षा दी जाती है वह हमारेे जीवन के लिए सर्वश्रेष्ठ होती है। इसके लिए गुरूओं को निःस्वार्थ भावना से अपने विचारों को बच्चों तक पहंुचाना उनका कर्तत्य है। उन्होंने कहा बच्चों के लिए अभ्यास जरूरी है। जब तक बच्चे पेपरों पर अभ्यास नहीं करेंगे तो वे अव्वल नहीं हो सकते। इसके लिए टीचरों को बच्चों को अधिक से अधिक पेपरों पर अभ्यास करना होगा। अभ्यास से ही बच्चों की राइटिंग अच्छी बनेगी वहीं उनका मानसिक स्तर भी सुधरेगा।

श्री तिवारी ने सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन विद्यालयों में किचन गार्डन स्थापित है उन किंचन गार्डनों पर केले के पेड़ लगाये जाएं, इन केले के पेड़ों की सुरक्षा भी शिक्षा विभाग द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा केले के पेड़ में पोटेशियम की मात्रा बहुतायत होती है जो बच्चो के पोषण के सर्वश्रेष्ठ है इसके साथ ही सहजन का पौधा भी लगा सकते हैं। महानिदेशक तिवारी ने सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि कॉलेजों में प्री. मेडिकल एवं प्री. इंजीनियरिंग की तैयारी सम्पूर्ण जनपदों के मे कराई जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 2025 तक राज्य के समस्त विद्यालयों के भवनों को सुदृढ़ किया जाए, इसके लिए सभी शिक्षाधिकारी अपने-अपने स्कूलों के भवनों की अद्यतन स्थिति से अवगत करायें। उन्होंने जिलाशिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक माह के भीतर सभी जनपद बालवाटिका के लक्ष्यों को पूर्ण करें। उधमसिहं नगर में 50, नैनीताल में 30, चम्पावत में 8 पिथौरागढ में 15 व अल्मोडा में 40 बाल वाटिकायें बनाई जानी है। इस अवसर पर अपर निदेशक माध्यमिक लीलाधर व्यास, अजय नौडियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक जुकरिया, गजेन्द्र, सत्यनारायण, जितेन्द्र सक्सेना, रमेश चन्द्र आर्य जिला शिक्षा अधिकारी एचबी चन्द्र के साथ ही शिक्षा महकमे के अधिकारी उपस्थित थे।

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