पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु विभाग द्वारा तैयार जागरूकता रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया
हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने स्वाधीनता दिवस के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत कलक्ट्रेट परिसर से सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबन्धित करने हेतु जन-जागरूकता लाने के अभियान के अन्तर्गत पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु विभाग द्वारा तैयार जागरूकता रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने इस मौके पर बताया कि जागरूकता रथ पूरे सप्ताह तक सम्पूर्ण जनपद में विभिन्न स्थानों में जा-जाकर सिंगल यूज प्लास्टिक के सम्बन्ध में आम जन-मानस को ऑडियो एवं वीडियो तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता लाने का कार्य करेगा।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादों- प्लास्टिक स्टिक के साथ ईयर बड्स, प्लास्टिक स्टिक के साथ गुब्बारे, प्लास्टिक स्टिक के साथ झंडे, प्लास्टिक स्टिक के साथ कैंडी, प्लास्टिक स्टिक के साथ आइसक्रीम, सजावट के लिए पॉलीस्टाइलरीन (थर्माकोल), प्लास्टिक कटलरी जैसे कांटे, प्लास्टिक के चम्मच, प्लास्टिक के चाकू, प्लास्टिक के गिलास, प्लास्टिक का स्ट्रो, प्लास्टिक की प्लेट, प्लास्टिक की ट्रे, मिठाई के डिब्बे, निमंत्रण कार्ड और सिगरेट के पैकेट के चारों ओर फिल्म लपेटना पैकेजिंग करना, प्लास्टिक स्टिरर्स, 100 माइक्रोफोन से कम के प्लास्टिक के पीवीसी बैनर, पालीथिन कैरी बैग, किसी भी आकार, प्रकार, मोटाई एवं रंग के (हैंडल के साथ एवं बिना हैडल के), नॉन वोवन प्रोपलीन बैग, कटलरी आइटम जो थर्माकोल (पॉलीस्टाइरीन) पॉलीयूरेथन स्टारवरोफोम से बने हो, प्लास्टिक के कटोरे, प्लास्टिक के कप, रिसाइकिल प्लास्टिक के पैकेजिंग कंटेनर, चाहे किसी भी आकार, माप, प्रकार, रंग के हो, व जो खाद्य पदार्थ/तरल पदार्थ को ढकने, ले जाने व भण्डारण में उपयोग में होते हैं, का उल्लेख करते हुये कहा कि हमें इन वस्तुओं के स्थान पर वैकल्पिक वस्तुओं जैसे स्टील के गिलास, कांच की बोतल, मिट्टी की बोतल आदि का इस्तेमाल करना चाहिये।
उन्होंने कहा कि आगामी कुछ दिनों तक सिंगिल यूज प्लास्टिक के सम्बन्ध में हमारा प्रचार-प्रसार का अभियान चलेगा तत्पश्चात चालान आदि की कार्रवाई चलेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा, हरिद्वार को साफ-सुथरा रखने तथा भावी पीढ़ी का ध्यान रखते हुये हमें अपनी आदतों में सुधार लाते हुये प्लास्टिक के कैरी बैग आदि के स्थान पर जूट या कपड़े से निर्मित कैरी बैग का प्रयोग करना चाहिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी बृजेश तिवारी, उप जिलाधिकारी नूपुर वर्मा, रेडक्रास सचिव डॉ0 नरेश चौधरी, वैज्ञानिक डॉ0 अजीत सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।