हरिद्वार। रक्षा बन्धन के मुहूर्त पर निर्णय करने हेतु आज श्री गंगा सभा (रजि०) हरिद्वार द्वारा हरकी पैड़ी पर विद्वत्सभा का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय सहित संस्कृत एवम् ज्योतिष के अनेक विद्वानों ने लम्बे समय तक संबंधित ग्रंथों के आधार पर विचार मंथन करके निर्णय किया कि रक्षा बन्धन का पर्व 30 अगस्त 2023 को मनाया जाना शास्त्र सम्मत है। 30 अगस्त को प्रात: 10 बजकर 58 मिनट के बाद श्रावणी उपाकर्म करना तथा भद्राकाल समाप्त होने के उपरान्त रात्रि 9 बजकर 02 मिनट के बाद रक्षा बन्धन करना पूर्णत: उचित होगा।
विद्वानों ने यह निर्णय लगभग दो दर्जन ग्रन्थों – निर्णय सिन्धु, धर्म सिन्धु, पारस्कर गृह्यसूत्र, गोभिल गृह्यसूत्र, कृत्यसार समुच्चय, मानव गृह्यसूत्र, बोधायन गृह्यसूत्र, व्रतोत्सव प्रकाश, मदन रत्न, वर्ष कृत्य, मदन पारिजात, हरिवंश पुराण, प्रयोग पारिजात, व्रतराज, व्रतोद्यापन चन्द्रिका, भविष्य पुराण, व्रत एवम् पर्व संहिता, खादिर गृह्यसूत्र, स्मृति कौस्तुभ, पुरुषार्थ चिंतामणि, मदन महार्णव इत्यादि के आधार पर लिया।
आचार्य करुणेश मिश्र
सचिव
विद्वत्परिषद् एवम् कर्मकाण्ड समिति
श्री गंगा सभा (रजि०) हरिद्वार