देहरादून, 01 दिसम्बर। नकरौंदा सीवरेज प्लांट के विरोध में क्षेत्रवासियों का आंदोलन व धरना आज 104 वें दिन में पहंुच गया है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सीवरेज प्लांट का मामला हाईकोर्ट में है जिसमंे 21 नवम्बर की सुनवाई की तारीख लगी थी जिसमंे कम्पनी कोर्ट में कोई जवाब दाखिल नहीं कर पायी। जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय कम्पनी ने कोर्ट से मांगा था जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर अगली सुनवाई की तिथि तय कर दी है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि अंादोलनकारी शान्तिपूर्वक अंदोलन कर रहे थे लेकिन कम्पनी के लोग जोर जबर्दस्ती कर पोकलैंड मशीन और जेसीबी लेकर भारी पुलिस की मौजदूगी मंे अंदर दाखिल करा दिया।
वक्ताओं ने कहा कि जबकि आंदोलनकारी अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के साथ ही जिलाधिकारी तक अपनी आपत्ति दर्ज करा चुके हैं जिलाधिकारी ने आज तक न धरने का संज्ञान लिया न ही अपने कोर्ट के किसी अधिकारियों को मौके पर भेजा है। वक्ताओं ने कहा कि लेकिन हैरत की बात है कि आज जिन खसरा नम्बर पर प्लांट की स्वीकृति हुई है वह नंबर 612 क ग्राम सभा और 19 कामपाट स्वीकृत हुए है लेकिन कम्पनी 611 दुल्हनी नदी का नम्बर है और 612 उस जगह में नही है जोकि नदी का ही भाग है जिस पर नदी बह रही है तथा शेष भाग दरिया बुरद है। वक्ताओं ने कहा कि मजे का खेल देखो आज तक कम्पनी ने हमंे कोई स्वीकृति नहीं दिखायी है। इस अवसर पर अनेकों महिलाएं उपस्थित थी।