हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में हजरत अलाउद्दीन अली अहमद शाबिर पाक पिरान कलियर के 754वें सालाना उर्स/मेला की व्यवस्थाओं/तैयारियों के सम्बन्ध में एक बैठक ली।
बैठक में अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह ने 754वें सालाना उर्स/मेला के सम्बन्ध में बताया कि आगामी 26 या 27 सितम्बर,2022 को (माह-रबिउल-अव्वल 1444 हि0 का) चांद दिखाई देने पर मेहन्दी डोरी की रस्म के साथ उर्स आरम्भ हो जायेगा, जो 26-27 सितम्बर,2022 से 16-17 अक्टूबर,2022 तक चलेगा, जिसमें मुख्य पर्व दिनांक 07-08 अक्टूबर,2022 से आरम्भ होकर 10-11 अक्टूबर,2022 तक आयोजित होंगे।
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने उर्स/मेले के दृष्टिगत उर्स क्षेत्र में अतिक्रमण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां पर भी अतिक्रमण किया गया है, उसे चिह्नित करते हुये तुरन्त हटाया जाये। उन्होंने मेले के दौरान स्थापित होने वाले अस्थाई कार्यालयों का जिक्र करते हुये कहा कि मेलाधिकारी, स्वास्थ्य, पर्यटन, कोतवाली सहित जो भी अस्थाई कार्यालय स्थापित किये जाते हैं, उन्हें स्थापित किया जाये।
बैठक में कानून-व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत चर्चा हुई, जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि उर्स/मेले के दौरान पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था होगी तथा जगह-जगह आवश्यकतानुसार चौकियों की स्थापना की जायेगी एवं उर्स/मेले की गतिविधियों पर नजर रखने के लिये वॉच टावर भी बनाया जायेगा।
जिलाधिकारी ने उर्स/मेला क्षेत्र में पड़ने वाले नहर का उल्लेख करते हुये कहा कि नहर के बहाव को देखते हुये जल पुलिस अथवा बी0ई0जी0 द्वारा मोटर बोट की व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि उर्स में अग्निशमन वाहनों की भी व्यवस्था की जाये। पार्किंग व्यवस्था का जिक्र करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि कहां-कहां पार्किंग बनाई जानी हैं, किस क्षेत्र के वाहन किस पार्किंग में पार्क होंगे, के सम्बन्ध में एक संयुक्त निरीक्षण कर लें तथा तद्नुसार व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में पर्याप्त पीने के पानी की व्यवस्था होनी चाहिये तथा पार्किंग का ठेका जिस ठेकेदार द्वारा लिया जायेगा, उसी के द्वारा पार्किंग स्थल पर लाइट, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था की जायेगी।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि मेलों आदि में मुख्य चुनौती साफ-सफाई व्यवस्था की होती है। उन्होंने कहा कि इसे गंभीरता से लेते हुये पूरे उर्स/मेले क्षेत्र का आकलन कर लिया जाये तथा उसी अनुसार वार्ड स्थापित करते हुये साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि उर्स/मेला क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में स्थायी/अस्थाई शौचालय होने चाहिये तथा उनकी सफाई की भी उचित व्यवस्था होनी चाहिये।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 कुमार खगेन्द्र से चिकित्सा व्यवस्था के सम्बन्ध में जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि दरगाह क्षेत्र में पीपल चौक पर एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है तथा इसके अलावा भी अन्य व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायेंगी। विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था के सम्बन्ध में पूछे जाने पर दरगाह प्रबन्धन के पदाधिकारियों ने बताया कि 400 कि0वाट का अस्थाई कनेक्शन लिया जाता है तथा जरूरत पड़ने पर जनरेटर की भी व्यवस्था होती है। दरगाह प्रबन्धन ने यह भी बताया कि उर्स के दौरान रेलवे द्वारा अतिरिक्त गाड़ियों की व्यवस्था की जाती है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिये रेलवे स्टेशन रूड़की व बस स्टैण्ड रूड़की से कलियर शरीफ तक पर्याप्त संख्या में बसों का संचालन किया जाता है। बैठक में जायरीनों को दी जाने वाली सुविधा आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ तथा उर्स/मेले के सफल संचालन के लिये दिशा-निर्देश दिये गये।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि वे आपसी समन्वय स्थापित करते हुये अभी से उर्स/मेले की तैयारियों/व्यवस्थाओं में जुट जायें। उन्होंने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि उर्स/मेले की व्यवस्थाओं के लिये टेण्डर आदि की जो भी प्रक्रियायें होनी हैं, उन्हें समय से पूरा करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, एसडीएम रूड़की विजय नाथ शुक्ल, सीओ ग्रामीण विवेक कुमार, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान मदन सेन, अधिशासी अभियंता पिरान कलियर दीपाली चौधरी, जीएमडीआईसी पल्लवी गुप्ता, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुरेश सिंह यादव, ई.ई यूपीसीएल एसएस उस्मान, तहसीलदार रूड़की चंद्रशेखर, प्रबन्धक/लेखाकार दरगार पिरान कलियर मोहम्मद शफीक, इंतकाब आलम, असलम कुरैसी, रौ सिकन्दर, अफजाल हुसैन, मोहम्मद आलम सहित सम्बन्धित अधिकारी/पदाधिकारीगण उपस्थित थे।