जौलीग्रांट एयरपोर्ट का नामकरण ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के नाम पर किया जाएः पंडित अधीर कौशिक

उत्तराखंड हरिद्वार

श्री अखंड परशुराम अखाड़े ने दी ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि
हरिद्वार। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन ांमें श्री परशुराम घाट पर ब्रह्मलीन जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को संतो महंतों व सामाजिक संगठनों ने गंगा में दीपदान कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा में श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने जौलीग्रांट हवाई अड्डे का नामकरण ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के नाम करने की मांग की।

ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए मेयर अनिता शर्मा ने कहा कि ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज सनातन धर्म व संस्कृति के युगपुरूष थे। देश दुनिया में सनातन धर्म व संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनका अनुकरणीय योगदान रहा। सभी को उनके दिखाए मार्ग व उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करना चाहिए। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने से धर्म को जो क्षति हुई है। उसकी भरपाई मुमकिन नहीं है। उनकी श्क्षिााओं का अनुसरण करते हुए धर्मानुरूप आचरण ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सभी को उनके संदेशों को आत्मसात करते हुए राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में अपना योगदान देना चाहिए। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि सरकार को जौलीग्रांट का एयरपोर्ट का नामकरण ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के नाम पर करना चाहिए। श्रद्धांजलि देने वालों में महाराज कमलेशानंद, स्वामी परमानंद, अशोक शर्मा, समाजसेवी डा.विशाल गर्ग, पंडित सतीश शर्मा, पंडित पवन कृष्ण शास्त्री, रोहित शर्मा, रविकांत शर्मा, बाली शर्मा, मिनी गिरी, कुलदीप और अखाड़े के विद्यार्थी शामिल रहे।

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