सांस्कृतिक गतिविधियां आदान-प्रदान के लिए कर्नाटक से हरिद्वार पहुंचा विद्यार्थियों का दल
हरिद्वार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 31 अक्टूबर 2015 से प्रारम्भ ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’’ कार्यक्रम के अन्तर्गत 50 छात्र-छात्राओं का एक दल अपने शिक्षकों के साथ बीते शनिवार को हरिद्वार के प्रख्यात गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय पहुँचा। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति में आयोजित इस महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के राज्यों और निवासियों के मध्य सांस्कृतिक गतिविधियां आदान-प्रदान तथा आपसी समझ बढ़ाना है।
हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने कर्नाटक के दल का स्वागत किया। रविवार को गुरुकुल कांगड़ी में होने वाले दैनिक यज्ञ के कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ जहाँ दल के छात्र तथा गुरुकुल के शिक्षकों ने मिलकर यज्ञ किया तथा आपसी सांस्कृतिक गतिविधियां आदान-प्रदान के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. देवी प्रसाद त्रिपाठी कुलपति उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत जैसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए ही नहीं अपितु सभी नागरिकों के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। क्योंकि इस कार्यक्रम में हम एक दूसरे की सांस्कृतिक विरासत को न केवल देखते हैं अधिक उन्हें समझाकर उनको आत्मसात करने का प्रयास भी करते हैं। यह भारत के एकीकरण के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो०रूप किशोर शास्त्री ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय भारत सरकार के इस कार्यक्रम की सफलता के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कर्नाटक के छात्र दल का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड एक विराट सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर खड़ा राज्य है और हमारा विश्वविद्यालय भी प्राचीन भारतीय संस्कृति का अनन्य पोषक है। ऐसे मे इस दल को भी यहाँ की बिलक्षण संस्कृति को जान समझ कर आनन्द आएगा। उत्तराखण्ड की संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने सभी विद्यार्थियों को शुभाशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्ताधिकारी प्रो. वी के सिंह, कार्यवाहक कुलसचिव प्रो. एल. पी० पुरोहित ने भी छात्र-छात्राओं का स्वागत किया तथा आगामी 5 दिवसीय कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं दीं।
उत्तराखण्ड में कर्नाटक के दल के लिए डॉ० लोकेश जोशी तथा डॉ. मनीषा को प्रभारी समन्वयक बनाया गया है। स्वागत एवं आशीर्वाद कार्यक्रम का संचालन डॉ. हिमांशु पण्डित ने किया जिसमंे उन्होंने कन्नड़ भाषा मंे दल का स्वागत-अभिनन्दन किया।
इस अवसर पर भ्रमण की व्यवस्था समिति के सदस्य डॉ. अजय मलिक, डॉ० प्रिंस प्रशान्त, डॉ० बलवन्त रावत, डॉ. देवेन्द्र सिंह, डॉ० दीनू अरोड़ा, डॉ० सुयश भारद्वाज के साथ डॉ० कर्मजीत भाटिया, डॉ. विनय विद्यालंकार, डो० दीन दयाल प्रो. मनुदेव बन्धुं प्रो. सत्यदेव निगमालंकार, डॉ. चर्चित, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ० निष्कर्ष शर्मा, डॉ. सन्दीप कुमार के साथ अनेक शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।