पौड़ी। हरियाणा के मेवात में हुई घटना को विश्व हिंदू परिषद ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। घटना से आक्रोशित विभिन्न संगठनों ने आतंकवाद का पुतला फूंका।
बुधवार को डीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री मातंग मलासी ने कहा कि श्रावण में प्रतिवर्ष किसी भी सोमवार पर मेवात के अंदर भगवान शंकर का आशीर्वाद लेने के लिए महाभारत कालीन के पांच मंदिरों में श्रद्धालु जाते हैं। कहा कि बीते सोमवार को यहां 20 से 25 हजार लोग पहुंचे हुए थे। यात्रा शुरू होने के बाद उन पर उपद्रवियों ने गोलियां और पत्थर बरसाने व आगजनी शुरू कर दी। दो लोगों को गोलियां लगीं। लगभग सारे वाहन जला दिए या तोड़ दिए गए।
जब पुलिस आती है तो पुलिस को देखकर उपद्रवी भागते हैं और पहाड़ियों पर चढ़कर तीनों तरफ से मंदिर में शरण लिए हुए महिलाओं, बच्चों और अन्य भक्तों पर गोलियां बरसाना शुरू कर देते है। विहिप ने आरोप लगाया कि इस घटना के जिम्मेदार वे लोग हैं जो इन दंगाइयों को भड़काते हैं उनके भड़काने के कारण से ही, मुहर्रम व रामनवमी पर हमले होते हैं। कहा कि यह दुष्कृत्य किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। बताया कि हिंदू धार्मिक यात्रा पर हुए इस क्रूर हमले के विरोध में जिहाद का पुतला दहन किया गया है।
कहा कि इस घटना में बलिदान हुए लोगों के परिवारों को एक-एक करोड़ व घायलों को 20 लाख दिया जाए। पूरे मेवात क्षेत्र को सील करके कांबिंग कराई जाए और एक-एक अपराधी को पकड़कर सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए। प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष राकेश गौड़, बजरंग दल के जिला संयोजक अरुण चमोली, सह संयोजक दीपक रावत, भुवन डोभाल, कुसुम चमोली, बीरा भंडारी, संजय चौहान, पंकज डोभाल, रेखा बलूनी, डब्बल सिंह, संजय, महिताब, सूरज रावत, अर्जुन आदि शामिल रहे।