हरिद्वार। उत्तराखंड भाजपा के पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने देश मे मदरसा शिक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा है की मुस्लिम युवाओ को देश की मुख्यधारा मे आकर देश के विकास मे अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा की मुस्लिम युवाओ के विकास मे सबसे बड़ी बाधा मदरसा शिक्षा है। इसलिए देश भर मे मदरसा शिक्षा बंद होनी चाहिए क्यूंकि मदरसा शिक्षा मुस्लिम बच्चों को कट्टरपंथी बना रही है। उन्होंने कहा की मदरसा शिक्षा की जगह मुस्लिम युवाओं के लिए स्कूली शिक्षा ही होनी चाहिए. स्कूली शिक्षा से मुस्लिम बच्चों का सर्वांगीन विकास होगा।
उदयपुर की जघन्य घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। उदयपुर की घटना से मुस्लिमो की देश ही नहीं दुनिया भर मे छवि प्रभावित हुई है। इस घटना के बाद कहा जा रहा है की मुस्लिम युवाओं मे तेजी से बढ़ रहा कट्टरपन के लिए मदरसा शिक्षा जिम्मेदार है। भाजपा के पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कहा है की उदयपुर और अमरावती की घटना देश के लिए बहुत बड़ी चिंता की बात है। इस तरह की घटनाओ से देश मे आपसी प्रेम, सद्भाव और भाई चारे को आघात पंहुच रहा है। उन्होंने कहा की मुस्लिम युवाओ मे कट्टरपंथी और हिंसा की भावना बढ़ने के पीछे मदरसा शिक्षा भी एक बड़ी वजह है। उन्होंने कहा की मदरसों मे बच्चों को ईस तरह की शिक्षा दी जा रही है जिससे वह कट्टर बन रहे है। मुस्लिम युवा को मुल्ला मौलवी मदरसों मे मजहबी शिक्षा देकार हिंसक और कट्टर बन रह है. इससे दुनियाभर मे भारत के मुस्लिम युवाओं की बदनामी हो रही है।
संजय गुप्ता ने कहा की देश मे मदरसा शिक्षा पूरी तरह से बंद होनी चाहिए क्यूंकि मदरसा शिक्षा मुस्लिम युवाओं के चरित्र विकास मे तो बाधक है ही उनके भविष्य को भी बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा की मदरसा शिक्षा मुस्लिम युवाओ को कच्ची उम्र मे कट्टरता और हिंसक प्रवर्ति की और ले जा रही है। उन्होंने कहा की मदरसा शिक्षा मे बच्चों के दिमाग़ मे कम उम्र मे सम्प्रदायिकता का जहर घोल दिया जा रहा है। पूर्व विधायक ने कहा की मुसलमानों के पूर्वज चार पांच पीढ़ी पहले हिन्दू थे। इसलिए हम चाहते है की मुस्लिमो के बच्चे भी आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर डॉक्टर इंजीनियर, वैज्ञानिक बने, बड़े व्यवसायी बने, दुनिया भर मे भारतीय मुस्लिम युवा अपनी योग्यता से दुनिया भर मे देश का नाम रोशन करें. उन्होंने कहा की यह आधुनिक स्कूली शिक्षा से भी संभव है. इसलिय मदरसों को बंद कर उन्हें आधुनिक स्कूली शिक्षा मे बदला जाये जिससे मुस्लिम युवा आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर सके।