पितृ पक्ष के अलावा भी कुछ लोग इस दिन अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं

धर्म

पिशाच मोचन  श्राद्ध के विषय में श्रीकैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ज्योतिषाचार्य ने बताया कि मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दश के दिन पिशाचमोचन श्राद्ध किया जाता है और इस वर्ष 06 दिसंबर सन् 2022 ई. मंगलवार को किया जायेगा,इस दिन पितरों के निमित्‍त दान करने का विशेष महत्‍व माना जाता है। मान्‍यता है पितृ पक्ष के अलावा भी कुछ लोग इस दिन अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं। इस दिन पूर्वजों के पसंद की चीजों का दान करने से उनकी आत्‍मा को शांति और मुक्ति मिलती है। इस दिन प्रेत योनि को प्राप्त जीवों (पूर्वजों) के निमित्त तर्पण आदि करने से उनकी सदगति होती है | जिनके घर-परिवार,आस-पडोस या परिचय में किसी की अकाल मृत्यु हुई हो तो वे पिशाच मोचिनी तिथि को उनकी सदगति, आत्मशांति और मुक्ति के लिए संकल्प करके श्राद्ध – तर्पण अवश्य करें |

यह दिन पितरों को अभीष्ट सिद्धि देने वाला होता है, इसलिए इस दिन में किया गया श्राद्ध अक्षय होता है और पितर इससे संतुष्ट होते हैं और सभी कामनाएं पूर्ण होती हैं इस दिन तीर्थ, स्नान, जप, तप और व्रत के पुण्य से ऋण और पापों से छुटकारा मिलता है। इसलिए यह संयम, साधना और तप के लिए श्रेष्ठ दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना की जाती है।

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए,ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए,इस दिन शराब आदि नशे से भी दूर रहना चाहिए। इसके शरीर पर ही नहीं, आपके भविष्य पर भी दुष्परिणाम हो सकते हैं,इस दिन सात्विक चीजों का सेवन किया जाता है।

*महंत रोहित शास्त्री (ज्योतिषाचार्य)*
*अध्यक्ष श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट(पंजीकृत),रायपुर, ठठर जम्मू,पोस्ट आफिस रायपुर,पिन कोड 181123 संपर्कसूत्र :-9858293195,7006711011,9796293195,ईमेल.rohitshastri.shastri1@gmail.com.*

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