भगवान की कथा प्रसंग में प्रेम जागृत हो जाना मनुष्य जीवन की दूसरी भक्ति: राजन जी महराज

धर्म राज्य

गिरजेश मिश्र
उत्तर प्रदेश, देवरिया जनपद के बारीपुर सिद्ध पीठ पर राम कथा के प्रथम दिवस शनिवार को श्रोताओं को राम कथा श्रवण कराते हुये प्रसिद्ध कथा वाचक राजन महाराज ने कहा कि l भगवान कथा प्रसंग के श्रवण में प्रेम जागृत होना ही मनुष्य जीवन की दूसरी भक्ति हैं l उन्होंने रामचरित मानस की चौपाई, प्रथम भगति संतन कर संगा, दूसरि , रति मम कथा प्रसंगा, का उल्लेख करते हुये कहा कि प्रथम भक्ति सत्संग अर्थात संतो के सानिध्य में भगवत चिंतन करते हुये ज्ञान प्राप्त करना l
दूसरी प्रकार की भक्ति पाप कर्म में प्रवृत व्यक्ति को पवित्र करने वाली,भगवान के लीलाओं के कथा प्रसंग से प्रेम करना हैं l
यह हम नहीं भगवान श्री राम ही सबरी को नवधा भक्ति के ज्ञान में बता रहें हैं l
कथा वाचक श्री महराज ने कहा कि मानस को सुनकर समझना और उसे अपने जीवन में धारण करना ही मनुष्य जीवन का लक्ष्य होना चाहिए l
राम कथा के श्रवण से सौ जन्मों की व्यथा मिट जाती हैंl
उन्होंने कहा कि मानस को मानस में उतार लेना ही मनुष्य जीवन की सार्थकता हैl


राम कथा सुन्दर करतारी संसय विहग उडावन हारी, चौपाई का श्रवण कराते हुये उन्होंने कहा कि यह पावन रामकथा हाथ की सुंदर ताली के सामान हैं l जो संदेह रूपी पक्षियों को पल भर में उड़ा देती हैl
माता पार्वती को राम कथा सुनते हुए भूत भावन भगवान भोलेनाथ कहते हैंl राम कथा कली बिटप कुठारी l सादर सुनु गिरिराज कुमारी l राम कलियुग रूपी वृक्ष को काटने के लिए कुल्हाड़ी के सामान हैं l
उन्होंने कहा कि संत बादल के समान हैं l जैसे सूर्य प्रकाश से समुद्र का जल वाष्प बनकर बादल का रूप धारण कर बारिश करता हैं l उसी प्रकार संत साधना से परमात्मा का आश्रय प्राप्त कर आपके गांव नगर में भगवान के अमृत कथा का बारिश करता हैं l
कथा के प्रारम्भ में सेंट जेवियर्स सलेमपुर के प्रधनाचार्य बीके शुक्ल, अनिल मिश्र,लार प्रमुख अमित सिंह बबलू अजीत शाही, गिरिजा मिश्र, संजय केडिया, और उनकी धर्म पत्नी रीना केडिया, अंगद तिवारी, सुरेश चौबे, वैदिक दुर्गेश पाण्डेय को अंग वस्त्र देकर व्यास पीठ से सम्मानित किया गया l
पहले दिन के कथा के दैनिक यजमान जिला पंचायत अध्यक्ष गिरीश चंद तिवारी, पूर्व विधयाक सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी, बृजेश सिंह, सप्तनिक, मानवीर सिंह सब पत्नी की रहे l कथा का संचालन रवि प्रकाश मिश्रा छोटे ने किया l

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