निश्चित रूप से खेला तो होगा और कुछ बड़ा ही होगा ?

राष्ट्रीय

– कौशल सिखौला वरिष्ठ पत्रकार

बागेश्वरधाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बड़ी तेजी में लगते हैं !
अभी तक उनके कार्यक्रम आराम से चल रहे थे , नागपुर और रायपुर दरबार के माध्यम मीडिया ने उन्हें हाथों हाथ उठा लिया और अचानक वे एक जाना माना नाम बन गए !
यह बात भी बहुत कम लोगों को पता थी कि बाबा धर्म परिवर्तन के माध्यम से लोगों को हिन्दू धर्म में वापस लाते हैं तथा असाध्य रोगों से पीड़ित लोगों को कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं !

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कल अचानक हरिद्वार में स्वामी रामदेव की पतंजलि योगपीठ आ पहुंचे । उनकी यात्रा को बेहद गोपनीय रखा गया । कुछ देर बाद वे आचार्य बालकृष्ण के साथ देवप्रयाग मार्ग पर बयासी स्थित रामदेव के योग सेंटर चले गए । बताया जाता है धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हरिद्वार और उत्तराखंड के संतों को प्रयाग सम्मेलन के लिए न्यौता देने आए हैं । रात में वे फिर हरिद्वार लौटे और कनखल स्थित आचार्य बालकृष्ण के निवास पर भोजनकर छतरपुर रवाना हो गए । वे आजकल बड़ी तेजी में हैं , देश का मीडिया उनके साथ है तो फिर क्या बात है ।

बाबा धीरेंद्र कृष्ण ने थोड़े से समय में ही देश के बड़े प्रतिशत को अपना दीवाना बना लिया है । वे कुल छब्बीस बरस के हैं और बड़ी बड़ी उम्र वाले साधु संतों का उन्हें समर्थन मिल रहा है । दरअसल मंच से हिंदू राष्ट्र की बात किसी संत ने इतना खुलकर कभी की । हिंदू राष्ट्र की बात आरएसएस का एजेंडा बेशक रही हो , लेकिन कुछ दशकों से संघ ने हिंदू राष्ट्र पर बोलना काफी कम कर दिया है । जब से संघ के राजनैतिक विंग भाजपा ने सत्ता संभाली है तब से मोहन भागवत न केवल अनेक मुद्दों पर विचार रख रहे हैं अपितु उन्हें मदरसा और मस्जिद जाने में भी कोई तकलीफ नहीं हुई ।

धीरेंद्र शास्त्री जिस स्पष्टता से बोलते हैं वह उनका प्रसार बढ़ाने वाला है । यद्यपि निजी रूप से उनके लिए खतरे भी बढ़ रहे हैं । बाबा की तेजी गज़ब है । हिंदू राष्ट्र और रामराज्य की बात कर वे हिंदुत्ववादी संगठनों के एकाएक चहेते बन गए हैं । रामदेव के साथ साथ यदि अखाड़े भी उनके साथ खड़े हो गए तो बागेश्वर बाबा की ताकत कईं गुणा बढ़ जाएगी । अखाड़ा परिषद के दो अध्यक्ष हैं और दोनों ही हरिद्वार में रहते हैं । धीरेंद्र शास्त्री विहिप के सम्मेलन में भी जाने वाले हैं । जाहिर है देश के आध्यात्मिक मानचित्र पर छतरपुर एक बड़े नक्षत्र के रूप में उदित हो चुका है । निश्चित रूप खेला तो होगा और कुछ बड़ा ही होगा ?

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