केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के माणसा में नगरपालिका द्वारा नवनिर्मित सरदार पटेल सांस्कृतिक भवन का उद्घाटन व विकास कार्यों का किया शिलान्यास

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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात में माणसा नगरपालिका द्वारा नवनिर्मित सरदार पटेल सांस्कृतिक भवन का उद्घाटन व अन्य विकास कार्यों का शिलान्यास किया। श्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री पोषण अभियान के अंतर्गत अक्षय पात्र द्वारा नवनिर्मित मध्याह्न भोजन रसोईघर का उद्घाटन और महात्मा गाँधी पुस्तकालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन भी किया। साथ ही उन्होने माणसा के सिविल अस्पताल और चंद्रासर तालाब का दौरा किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

अपने सम्बोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि आज बहुत ही पवित्र दिन है और बाल गंगाधर तिलक का जन्मदिन है। लोकमान्य तिलक के जन्मदिन के दिन ही माणसा में सरदार पटेल सांस्कृतिक भवन का निर्माण गुजरात सरकार द्वारा किया गया है। जिस लाइब्रेरी में मैंने भारत का इतिहास, पंचतंत्र, कौटिल्य का अर्थशास्त्र, विदुर नीति, पढ़ने का मौका मुझे मिला, वह लाइब्रेरी टूटी-फूटी हालत में होने के कारण इसकी पुस्तकें गुजरात सरकार को लौटाने की स्थिति आ गई। लेकिन आज उसी लाइब्रेरी का तीन मंजिला भवन किताबों के साथ पुनर्जीवित हुआ है, इस बात की मुझे बहुत खुशी है। इस पुस्तकालय को विश्व के लगभग तीस पुस्तकालयों के साथ सीधा इलेक्ट्रॉनिकली जोड़ा गया है। माणसा के किसी भी विद्यार्थी को किसी भी लाइब्रेरी की कोई किताब पढ़नी हो, तो इस वर्ष 31 अगस्त से ये सभी लाइब्रेरी ऑनलाइन होने वाली हैं और ये सारी पुस्तकें अगर जोड़ लें, तो माणसा पुस्तकालय लाखों पुस्तकों वाला हो जाएगा। मेरी माणसा के युवाओं से अपील है कि किसी भी देश का भविष्य इंडस्ट्री, सेना, टैक्स आदि से तय नहीं होता है, बल्कि उस देश की लाइब्रेरी में कितने युवा जा रहे हैं, उससे तय होता है। यहां विद्यार्थियों के लिए 40 कम्प्यूटर्स की जगह रखी गई है। जिस समय गुजरात सरकार यहां की किताबें वापस की गईं थीं, तब मैं 23 साल का था और मेरी आंख में आंसू आ गए थे। तब गुजरात सरकार से ये विनती की थी कि हमारे यहां इन पुस्तकों को रखने की व्यवस्था नहीं है। गुजरात सरकार ने बहुत मेहनत करके, ताकि किताबें सड़ ना जाएं, इन्हें कैमिकल प्रोसेस करके संभालकर रखी हैं और अब यह सारी किताबों की जगह हमारी लाइब्रेरी में हो गई है।

 

 

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि माणसा में 12 क्षेत्र हैं और यहां वर्तमान में चल रहे सिविल अस्पताल के अलावा बड़ा अस्पताल भी जल्द शुरू किया जाएगा। माणसा में पानी की सप्लाई की योजना मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल जी के नेतृत्व में बनाने का काम चल रहा है और यह भी कुछ समय में पूरी हो जाएगी। इस योजना से लगभग 10 लाख लीटर पानी की दैनिक जरूरत को पूरा किया जाएगा। इसके अलावा माणसा-बावला 4-लेन रोड के लिए मुख्यमंत्री जी ने 40 करोड़ रुपए दिए हैं और विकास योजनाओं के लिए भी 50 करोड़ रुपए का आवंटन आज हुआ है। क्षेत्र के 13 तालाबों को आंतरिक रूप से जोड़ने का कार्यक्रम भी गुजरात सरकार ने बनाया है, जो कि बहुत ही महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। आज हम सब जहां बैठे हैं उस तालाब को नर्मदा के पानी से भरने के लिए 2007 में पाइपलाइन डाली गई थी। गांववालों ने ही 3.5 करोड़ रुपए इकट्ठे करके यहां नर्मदा के पानी के लिए पाइपलाइन डाली है। इसी तालाब से मालन और चंद्रासर मैं पानी जाए, इस तरह की व्यवस्था पुराने समय से की गई है और अब अगर चंद्रासर के साथ बाकी के दस तालाबों को जोड़ दिया जाएं, तो सभी 13 तालाब में 12 महीने नर्मदा का पानी रह सकता है। इसके अलावा लगभग 5,000 टन सॉलि़ड वेस्ट के निकास के लिए भी नगर पालिका ने व्यवस्था की है।

 

श्री अमित शाह ने कहा कि माणसा का विकास और शिक्षा आजादी से पहले के समय से ही अग्रणी है। पूरे जिले में पहला साइंस कॉलेज तिलवाई के माणसा में बना, इसके अलावा आर्ट्स और कॉमर्स कॉलेज तो यहां उससे भी पहले से थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में माणसा के विकास के लिए गुजरात सरकार शिक्षा और विकास दोनों दृष्टिकोण से हरसंभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने को-ऑपरेटिव सेक्टर में कई नए क्षेत्र यहां खोल दिए हैं। हमें यहां इस प्रकार की व्यवस्था करनी है कि सभी 13 प्रकार की सहकारी नीतियां माणसा में शुरू हो सकें और माणसा को-ऑपरेटिव की दृष्टि से एक मॉडल बने।

कांजी हाउस, गोबर गैस, गोबर बैंक, सामुदायिक सिंचाई मंडली, पानी बचाने की व्यवस्था जैसी अनेक चीजें एक साथ जुड़ जाएं और मानसा के सर्वांगीण विकास के लिए स्थानीय युवा आगे आएं। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यहां आने से पहले मैं 25 हजार बालकों के लिए स्वच्छ भोजन, पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन बनाने की अक्षयपात्र द्वारा की गई व्यवस्था देखकर आया हूं। मेरा आप सभी से आग्रह है कि गांव के प्रत्येक निवासी को यह व्यवस्था एक बार देखनी चाहिए। भोजन बनने की पूरी प्रक्रिया के दौरान किसी मनुष्य को हाथ लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है, इस प्रकार की व्यवस्था की गई है।

 

माणसा तहसील के 25 हजार बच्चों के लिए नाश्ता, भोजन और सुकड़ी जैसे पौष्टिक आहार बनाने और इन्हें ताज़ा सभी बालकों तक पहुंचाने की व्यवस्था अक्षयपात्र से हुई है। श्री शाह ने कहा कि हमें 2024 से पहले माणसा में हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करानी है और ये हम सब मिलकर करेंगे जिसमें गुजरात सरकार हमारे साथ है।

 

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