दुनिया के किसी भी देश, समाज एवं राष्ट्र के लिए बच्चे अमूल्य निधि हैं: डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र

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मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा संचालित मातृभूमि शिक्षा मंदिर विद्यालय द्वारा में बाल दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम संपन्न
मातृभूमि शिक्षा मंदिर विद्यालय द्वारा बाल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित संभाषण प्रतियोगिता में कक्षा षष्टम् के छात्र नुकुल कालड़ा प्रथम

कुरुक्षेत्र। बाल अधिकारों को महत्व देना और उनका संरक्षण करना प्रत्येक व्यक्ति और समाज का न केवल मुख्य दायित्व बल्कि मानवीय कृतव्य भी है। बच्चों के बीच लैंगिक भेदभाव हम अपनी परवरिश, सीमित समझ और परिवेश के दबाव में अक्सर थोप देते हैं। आज इससे बचने की जरूरत है। दुनिया के किसी भी देश, समाज एवं राष्ट्र के लिए बच्चे अमूल्य निधि हैं। यह विचार मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने बाल दिवस के उपलक्ष्य में मातृभूमि शिक्षा मंदिर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र, डॉ. प्रगति एवं डॉ. अभिनव राणा ने संयुक्त रूप से दीपप्रज्जवलन एवं मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ। बाल दिवस के उपलक्ष्य में मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों के मध्य संभाषण एवं कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि बाल दिवस के दिन अगर हम बच्चों को विश्वास दिला सकें कि हम उनका विश्वास करते हैं। उनके विचारों का सम्मान करते हैं। उनको बच्चा समझकर उनकी छोटी-मोटी गलतियों को नजर-अंदाज करते हैं। उनकी परेशानियों में उनके साथ हर पल खड़े होंगे, तो यह वर्तमान समय में बहुत बड़ी बात होगी। बच्चों की सुरक्षा का सवाल आस-पड़ोस से लेकर, स्कूलों की सरहद के भीतर तक जा पहुंची है। ऐसे समय के लिए बच्चों को तैयार करने की जरूरत है ताकि वे किसी भी खतरे वाली स्थिति में अपने मन का हाल हमसे बगैर डरे हुए कह सकें।
डॉ. मिश्र ने कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि बच्चों के लिए भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक रूप से सुरक्षित माहौल बनाने में अपने-अपने स्तर पर योगदान करें। ताकि बच्चों को एक अच्छा माहौल मिल सके, जिसमें उनका बचपना सुरक्षित रहे। वे दैनिक जीवन की छोटी-छोटी खुशियों का आनंद ले सकें। बच्चों को उनके हिस्से की खुशी देने, उनको आत्मविश्वास से परिपूर्ण करने और छोटी-छोटी चुनौतियों का सामना करने का हौसला देने में हम सहयोग कर सकें, यही इस बाल दिवस की सच्ची सार्थकता होगी।
कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि डॉ. प्रगति को बाल संरक्षण में महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि डॉ. अभिनव राणा ने कहा कि मातृभूमि सेवा मिशन वास्तविक रूप से समाज के जरूरतमंद बच्चों के सर्वागीण विकास में समर्पित है और बाल दिवस की सार्थकता को सिद्ध कर रहा है।
संभाषण प्रतियोगिता में कक्षा षष्टम् के छात्र नुकुल कालड़ा प्रथम, द्वितीय आकाश कुमार एवं तृतीय सर्वज्ञ रहे एवं कविता पाठ प्रतियोगिता में कक्षा अष्टम् के छात्र दीपक प्रथम, द्वितीय कक्षा सप्तम् से कृष्णा कुमार एवं तृतीय गौरव रहे। संभाषण एवं कविता पाठ प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षक बाबू राम, छात्रवास अधीक्षक हरि व्यास, गुरप्रीत सिंह ने न्यायिक मंडल में अपनी सहभागिता दी।

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